Joharlive Team
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वित्त विभाग को मोमेंटम झारखंड के आयोजन और उसे हुए लाभ का स्पेशल ऑडिट कराने का आदेश दिया है ऑडिट के बाद विचार किया जाएगा कि इसकी जांच एसीबी से कराई जाए या नहीं तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 16 और 17 फरवरी 2017 को रांची के खेल गांव में मोमेंटम झारखंड का आयोजन किया था जिसमें शुरू से ही गड़बड़ी और ज्यादा खर्च करने का आरोप लगता रहा है सरकार बनते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मोमेंटम झारखंड की फाइल मंगवाई थी आरोप है कि मोमेंटम झारखंड की शुरुआती बजट मात्र 8.5 करोड़ की थी जिसे बढ़ाकर 100 करोड़ कर दिया गया था साथ ही कई शहरों में रोड शो के नाम पर भी करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के बेटे सहित कई लोगों पर विदेश में घूमने का आरोप है।
उस वक्त के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के द्वारा मोमेंटम झारखंड का आयोजन किस मकसद से किया गया था कि बाहर के इन्वेस्टर आकर झारखंड में निवेश करें परंतु ऐसा ना हो कर मोमेंटम झारखंड पर ही कई सवाल खड़े हुए थे राज्य में सरकार बदलने के बाद इसे लेकर एक बार फिर मुद्दा गर्म हो चुका है जिस प्रकार से मोमेंटम झारखंड का आयोजन किया गया उस से कितने फायदे हुए और नुकसान इसका आकलन करने में राज्य की हेमंत सरकार जुटी हुई है साथ ही उस आयोजन में कितने रुपए खर्च हुए हैं इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।
वित्त विभाग करेगा स्पेशल ऑडिट:
राज्य के हेमंत सरकार चाहती है कि इस मामले पर पूर्व की सरकार में कितने रुपए खर्च किए गए साथ ही किन-किन चीजों से लोगों को रोजगार मिला और पूरे मोमेंटम झारखंड के दौरान क्या हुआ इस बात की दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए ज्ञात हो कि वर्ष 2017 में हुए इस आयोजन को में रांची शहर को पूर्व दुल्हन की तरह सजाया गया था। रघुवर दास पर आरोप था कि मोमेंटम झारखंड के नाम पर सस्ती जमीन और सस्ते श्रमिक का लालच देकर इन्वेस्टर्स को बुलाया गया था इन्हीं वजहों को लेकर मोमेंटम झारखंड का वित्त विभाग द्वारा स्पेशल ऑडिट इसी स्पेशल ऑडिट के आधार पर सरकार या फैसला लेगी कि आगे क्या करना है यदि इसमें भारी गड़बड़ी पाई गई तो अंदेशा जताया जा रहा है कि एसीबी के द्वारा इसकी जांच करवाई जाएगी क्योंकि सरकार बनने के बाद से ही हेमंत सोरेन पूर्व की सरकारों में हुए कार्यों और विवादों में रहने वाले चीजों पर जांच के आदेश दे रहे हैं
बता दें कि शुरूआत से ही मोमेंटम झारखंड विवादों में रहा है. जिस प्रकार से इसके पहले राशि 8 पॉइंट 5 करोड़ खर्च होने का अनुमान लगाया था जिसे फिर बढ़ाकर 100 करोड़ कर दिया गया था इन्हीं वजह से यह संदेश भेजें मैं आ गया था साथ ही चार्टर्ड प्लेन में भी अलग से रुपए खर्च हुए इसके साथ ही एक और मामला जुड़ा हुआ है उस वक्त राज्य सरकार के द्वारा लैंड बैंक भी बनाया था और किसी लैंड बैंक के द्वारा भूमि का वितरण भी किया गया है जिसे लेकर भी काफी विवाद हुआ था मोमेंटम झारखंड स्पेशल ऑडिट में इस बात पर भी काफी जोर दिया जा सकता है की लैंड बैंक से जिस तरह लोगों को जमीनी दी गई है क्या वह सही है या गलत