Joharlive Deak
नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर को भारत के साथ पूर्वी एशिया से व्यापार, पर्यटन और अन्य संपर्क का प्रवेश द्वार बताया और कहा कि पूर्वोत्तर को मजबूत बनाने से ‘ऐक्ट ईस्ट’ नीति को बढ़ावा मिलेगा।
श्री मोदी ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मणिपुर जल आपूर्ति परियोजना की आधारशिला रखते हुए कहा कि हमारे पूर्वोत्तर को मजबूत बनाने से ऐक्ट ईस्ट नीति को प्रोत्साहन मिलेगा।
उन्होंने कहा, “हमारा पूर्वोत्तर, एक तरह से पूर्व एशिया के साथ हमारे प्राचीन सांस्कृतिक संबंधों और व्यापार, यात्रा और पर्यटन के भविष्य का प्रवेश द्वार है। इसी सोच के साथ, मणिपुर सहित पूरे पूर्वोत्तर में संपर्क से संबंधित बुनियादी ढांचे पर जोर दिया जा रहा है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर में सड़क मार्ग, राजमार्ग, वायुमार्ग, जलमार्ग और अन्य आधुनिक बुनियादी ढांचा विकसित किया जा रहा है। पूरे क्षेत्र में पिछले छह वर्ष में हजारों करोड़ों रुपये का निवेश किया गया है। पूर्वोत्तर के सभी राज्यों की राजधानियों को उत्कृष्ट रेल नेटवर्क से जोड़ने का काम तेज रफ्तार से चल रहा है। सड़क और रेलमार्ग के अलावा इस क्षेत्र में हवाई संपर्क में भी बहुत महत्वपूर्ण है।
श्री मोदी ने कहा कि मणिपुर जल आपूर्ति परियोजना जल संकट को दूर करेगा। उन्होंने कहा, “आज इंफाल सहित मणिपुर के लाखों सहयोगियों के लिए एक बड़ा दिन है, खासकर हमारी बहनों के लिए। लगभग तीन हजार करोड़ रुपये की लागत से पूरी होने वाली मणिपुर की जल आपूर्ति परियोजना से यहां के लोगों का जल संकट कम हो जायेगा।” .
उन्होंने कहा कि वह मणिपुर की महिलाओं को रक्षाबंधन का उपहार दे रहे हैं। इस परियोजना से ग्रेटर इम्फाल और मणिपुर के 1,700 गांवों को पीने का साफ पानी मिल सकेगा। इससे राज्य के एक लाख परिवारों, खास तौर पर महिलाओं को मदद मिलेगी।