धनबाद। धनबाद में बिजली का पोल गाड़ने के दौरान हुए हादसे में मारे गये लोगों के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक संवेदना व्यक्त की है और प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये अतिरिक्त देने का ऐलान किया है। उन्होंने सोशल नेटवकिर्ंग साइट ट्विटर पर लिखा, धनबाद हादसे में मारे गये लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर इस दुख की घड़ी में परिवार वालों को दुख सहने की ताकत दे। इस हादसे में घायल लोगों के लिए जल्द स्वस्थ होने की कामना करना हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपए अतिरिक्त हादसे में मारे गये मजदूर के परिवार वालों को देने का ऐलान किया है। घायलों को पचास हजार रुपए मिलेंगे।
धनबाद में बिजली का पोल गाड़ने के दौरान सोमवार को बड़ा हादसा हुआ था। इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गयी थी। जहां मजदूर काम कर रहे थे, वहां अचानक बिजली का पोल 25000 वोल्ट के ओवरहेड तार से छू गया। इस काम में आठ लोग लगे थे। मौके पर ही छह लोगों की मौत हो गयी। हादसा कतरास स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित झारखोर के पास हुआ था।
हादसे में मजदूरों की मौत का जिम्मेदार कौन है, इसे लेकर जांच शुरू हो गयी है। मजदूरों से भी इस संबंध में पूछताछ की जा रही है मजदूरों के पास ना हेलमेट था ना हाथ में पहनने के लिए दस्ताने, ना ही जूते और ना ही दूसरे सुरक्षा के उपकरण। डीआरएम का कहना है कि हमारी जानकारी के बगैर ही ठेकेदार इनसे इस तरह काम करा रहे थे।
वहीं, दूसरी तरफ मजदूर के परिवार वाले न्याय की मांग कर रहे हैं। ज्यादातर मजदूर अपने परिवार में इकलौते कमाने वाले थे। ऐसे में अब उनका परिवार कैसे चलेगा इसे लेकर भी परिवार वाले चिंतित हैं। मारे गये छह मजदूरों में से दो मजदूर लातेहार जिले के रहने वाले हैं। हादसे की खबर सुनते ही मजदूरों के घर में मातम छा गया। परिजनों का रो- रो कर बुरा हाल है।
लातेहार थाना क्षेत्र के रिचुघुटा के पतरातू गांव के रहने वाला दिनेश भुइयां (24) पिता पलवा भुइयां और बरवाडीह थाना क्षेत्र के मोरवाई गांव के संजय राम (35) शामिल है। घटना के बाद से दिनेश भुइयां के घर आसपास के लोगों को आना लगा हुआ है। परिजनों को ढाढ़स बंधाया जा रहा है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। दिनेश की पत्नी ने बताया कि पति काम के सिलसिले में एक माह पहले धनबाद गया था। उनके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। पत्नी ने कहा, अब परिवार कैसे चलेगा। घर के हालात ठीक नहीं थे इसलिए वो कमाने बाहर निकले थे। उनका पूरा परिवार पति की कमाई पर निर्भर करना था।