रांची : झारखंड में नवनिर्वाचित विधायकों को राज्य सरकार द्वारा वाई श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी, जबकि कुछ मंत्रियों को वाई प्लस सुरक्षा प्रदान की जा सकती है. नई विधानसभा गठन के बाद सभी विधायकों की सुरक्षा की समीक्षा राज्य पुलिस की विशेष शाखा द्वारा की जाएगी, जो प्रोटोकॉल के तहत सुरक्षा की आवश्यकता का निर्धारण करेगी.
बुलेट प्रूफ गाड़ियों की खरीदारी
राज्य पुलिस द्वारा 25 बुलेट प्रूफ वाहनों की खरीद की जा रही है, जिनमें से पांच वाहन पहले ही डिलीवर हो चुके हैं. इन बुलेट प्रूफ गाड़ियों का इस्तेमाल राज्यपाल और मुख्यमंत्री के काफिलों में भी किया जाएगा, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विधायकों को अतिरिक्त सुरक्षा
राज्य में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से चुने गए विधायकों को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी जा सकती है. इसके अलावा, विधानसभा के विपक्षी नेता को भी वाई प्लस या जेड श्रेणी की सुरक्षा मिल सकती है.
पूर्व विधायकों की सुरक्षा में होगी कटौती
पूर्व विधायकों की सुरक्षा में भी बदलाव किया जाएगा. विधानसभा चुनाव हारने वाले पूर्व विधायकों की वाई और वाई प्लस सुरक्षा में कटौती की जाएगी, और उन्हें अब दो-दो बॉडीगार्ड मिल सकते हैं.
Also Read: सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी को सुप्रीम कोर्ट ने भेजा नोटिस, झारखंड सरकार ने दायर की है याचिका