धनबाद: कोरोना महामारी की दूसरी लहर के प्रकोप से झारखंड किसी तरह उबर रहा है, लेकिन लोगों को राहत दिए जाने के साथ ही सरकार बराबर सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क जैसी सावधानियां बरतने के निर्देश लगातार दे रही है. इन निर्देशों का पालन कराने का ज़िम्मा प्रशासनिक अधिकारियों को दिया भी गया है. लेकिन सत्ता पक्ष के लोग ही सरकार की गाइडलाइनों की धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं. सवाल यह उठ रहा है कि क्या राज्य में जनता के लिए अलग गाइडलान है औ सत्ता पक्ष के होने की वजह से अलग?
धनबाद के सिजुआ 22/12 में कांग्रेस का एक स्वागत सभा आयोजित की गई, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि जामताड़ा के विधायक डॉ. इरफान अंसारी उपस्थित हुए. साथ ही कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह, शमशेर आलम, बाघमारा प्रखंड अध्यक्ष मो. शहजादा हामिद हुसैन सहित कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. स्थानीय लोगों द्वारा किए गए भव्य स्वागत समारोह के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क संबंधी नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ाई गईं. यहां तक कि खुद विधायक अंसारी स्टेज पर बगैर मास्क के नज़र आए.
इस पूरे कार्यक्रम की तस्वीरें साफ बयान कर रही हैं कि हमेशा से अपने बेबाक बयानों को लेकर सुर्खियां बटोरने वाले कांग्रेस के जामताड़ा विधायक इस बार अपनी बेपरवाही के चलते सरकारी गाइडलाइन्स तोड़ने को लेकर सुर्खियां बटोर रहे हैं. सिर्फ विधायक ही नहीं बल्कि समारोह में मौजूद उनके सहयोगी और स्थानीय लोगों की भीड़ में कई लोगों ने न तो मास्क पहने थे और न ही उचित दूरी का खयाल रखा गया.
स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए अंसारी ने कहा कि जामताड़ा में पत्थर और कोयले की लड़ाई जारी है. स्थानीय लोगों को अधिकार नहीं मिल रहा है. जनता से प्यार करने की ज़रूरत है, आउटसोर्सिंग से नहीं. अंसारी ने तेवर दिखाते हुए कहा कि कोयला नगरी में माफियागिरी अब नहीं चलेगी. व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवाकर स्थानीय समस्याओं को सुलझाया जाएगा.