Joharlive Team
देवघर: जिला के पालोजोप्रखण्ड के कचुआसोली पंचायत के नन्दकुरा गांव की महिलाओं ने सशक्तिकरण की एक नई मिशाल पेश कर रही है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने देखते-देखते एक नया बाजार अपने लिए खड़ा कर लिया है। खूद ईजाद हुई उनकी तरक्की की राह अब औरों के लिए एक नई मिशाल बन गई है।
यहां की महिलाएँ आपस में स्वयं सहायता समूह बनाकर सूप, डाली, झाड़ु, पैन स्टेड, गुलदस्ता स्टेंड, माचिया, फुलदान, बांस की टोकरी, घरेलू सजावट के समान, घर सजाने वाली बांस की वस्तुएँ आदि का निर्माण कर मुनाफा कमा रही हैं
एक छोटी सी कोशिश और सवर गई जिंदगी…
एक छोटा सा प्रयास एक साथ कई एक महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा कर देता है। इसका जीता-जागता उदाहरण ग्राम संगठन की महिलाएं। सरकार व जिला प्रशासन के सहयोग से नन्दकुरा गांव की महिलाओं ने वह कर दिखाया, जो कतई आसान नहीं था। अपनी मेहतन और लगन से एक नई मिशाल बनाकर आज दूसरों को भी अपने पैरों पर खडे़े होने के लिए प्रेरित कर रही है। आज सरकार द्वारा मिलने वाले अनुदान के माध्यम से इन महिलाओं ने छोटे स्तर से शुरू किये अपने इस काम को वृहत कर लिया है। लगभग 50 महिलाओं के अलग-अलग समूहों द्वारा इस कार्य को किया जा रहा है। इससे वे आत्म निर्भर हो पा रही है एवं अपने आय से घर परिवार के लिए कुछ बचत भी कर पा रही है। महिलाओं द्वारा इस प्रकार का स्वरोजगार करने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि उन्हें काम करने के लिए अपने घर से दूर नहीं जाना पड़ता है और वे अपने हुनर से हीं घर बैठे रोजगार कर पाती है। साथ हीं बच्चों का लालन-पालन भी आसानी से काम करते हुए कर लेती है।
महिलाओं को स्वाबलंबी बनाने हेतु हर संभव किये जा रहे है प्रयासः- उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा
देवघर जिला के सभी महिलाओं को स्वाबलंबी बनाने की दिशा में लगातार प्रशासन द्वारा कार्य किया जा रहा है। इस कड़ी में उन्हें पहले प्रशिक्षण दिया जाता है और फिर करीब के बैंक से जोड़ कर समूह का खाता खुलवाया जाता है। सभी औपचारिकताएं पूहोने के बाद बैंक इनकी कैश क्रेडिट लिमिट या ऋण शाख तय कर देते है। इस तरह देवघर जिला अंतर्गत कई स्वयं सहायता समूहों का निर्माण किया गया है।
इसको लेकर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों व बैंकों को हर संभव सहयोग के साथ रोजगार हेतु आसानी से ऋण मुहैया उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया है। इसके अलावा प्रशासन द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित सामानों की बिक्री हेतु बाजार उपलब्ध करायी जा रही है। इस दिशा में जिल प्रशासन द्वारा हर संभव उनकी मदद भी की जा रही है और प्रयास किया जाएगा कि उन्हें नजदीक में हीं और भी अच्छे से अच्छा बाजार उपलब्ध कराया जा सके। सरकार व जिला प्रशासन का यह अथक प्रयास है कि इसे और भी वृहद स्तर पर ले जाया जाए, ताकि उनसे प्राप्त होने वाले आय से लोगों के जीवन स्तर में और भी अधिक सुधार लाया जा सके।