Joharlive Team
साहेबगंज। रक्षक ही जब भक्षक बन जाए, फिर क्या कहना है। ऐसा ही एक मामला साहिबगंज जिले में आया है। जहां थाना प्रभारी पर गांव की दो नाबालिग से छेड़खानी का आरोप है। वर्तमान में थाना प्रभारी धर्मपाल मिर्जाचौकी थाना में पदस्थापित थे। लेकिन, मुख्यालय डीएसपी संजय कुमार की जांच रिपोर्ट के बाद डीआईजी सुदर्शन मंडल ने निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में इंस्पेक्टर धर्मपाल का मुख्यालय दुमका होगा। इधर, डीआईजी ने कहा कि पुलिस अधिकारी पर ऐसा आरोप किसी भी तरह से बर्दास्त नहीं होगा। मिर्जाचौकी थाना प्रभारी धर्मपाल को निलंबित कर दिया गया है। उनका मुख्यालय दुमका होगा।
सोशल मीडिया में वायरल होने पर एसपी के संज्ञान में आया मामला
मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र की दो नाबालिग ने इंस्पेक्टर धर्मपाल पर छेड़खानी का आरोप लगाया था। दोनों नाबालिग ने इसकी शिकायत किसी भी जगह नहीं की, लेकिन सोशल मीडिया में उनका बयान वायरल हुआ। 21 सितंबर को मामला साहेबगंज एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा के संज्ञान में आया। एसपी ने मामले की गंभीरता तो देखते हुए तुरंत मुख्यालय डीएसपी के नेतृत्व में 4 सदस्य जांच कमेटी बना दी। इसमें नगर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह, एसआई फुलजेंसिया तिग्गा व प्रशिक्षु एसआई सुषमा कुमारी शामिल थे। टीम ने पीड़िता के घर जाकर जानकारी ली और परिजनों के साथ उसका बयान दर्ज किया। थाना में मौजूद पुलिस कर्मियों से भी पूछताछ की गई। जिसके बाद एसपी को जांच रिपोर्ट दी गई। एसपी ने 2 दिन पूर्व जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में डीआईजी को भेज दी। डीआईजी ने सोमवार को रिपोर्ट देखने के निलंबन की कार्रवाई पर मोहर लगा दी।
क्या है मामला
मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र की दो नाबालिग पिछले दिनों घर से परिजनों को बिना कुछ बताए भाग गई थी। जिसके बाद परिजनों ने उसकी शिकायत स्थानीय थाने में की थी। 18 सितंबर को साहिबगंज थाना क्षेत्र से दोनों को बरामद कर लिया गया। बच्चियों का कहना था कि मिर्जाचौकी थाने में पूछताछ के दौरान वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को हटाकर इंस्पेक्टर ने उनके साथ छेड़खानी और गलत व्यवहार किया था।