रांची: झारखंड सरकार ने 1 एकड़ से कम क्षेत्रफल वाले निजी तालाबों के जीर्णोद्धार की योजना बनाने का निर्णय लिया है. कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कांके स्थित कृषि भवन के औचक निरीक्षण के दौरान यह निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को अगले वित्तीय वर्ष के लिए इस योजना का प्लान तैयार करने का आदेश दिया. अब तक 1 से 5 एकड़ वाले तालाबों के जीर्णोद्धार की योजना चल रही थी, जिससे छोटे किसानों के तालाब योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे थे. नई योजना के तहत 1 एकड़ से कम क्षेत्रफल वाले तालाब भी शामिल होंगे. साथ ही, जीर्णोद्धार के दौरान तालाब के एक तरफ सीढ़ी का निर्माण अनिवार्य रूप से किया जाएगा.
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने राज्य में सब्जियों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय करने की दिशा में काम करने की बात कही. उन्होंने कहा कि फूलगोभी और पत्तागोभी जैसी सब्जियों की कीमतें बाहरी व्यापारी कम कर देते हैं, जिससे झारखंड के किसानों को भारी नुकसान होता है. MSP तय होने से किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा. निरीक्षण के दौरान मंत्री ने कृषि भवन में 50% अधिकारियों और कर्मियों के छुट्टी पर होने पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा, “त्योहार मनाना जरूरी है, लेकिन इससे काम प्रभावित नहीं होना चाहिए. सरकारी कर्मियों की कार्य संस्कृति में सुधार की जरूरत है ताकि योजनाएं समय पर पूरी हो सकें.”
मंत्री ने जैविक खेती को बढ़ावा देने और इसकी जानकारी आम किसानों तक पहुंचाने के निर्देश दिए. उन्होंने JSLPS के पलाश ब्रांड का उदाहरण देते हुए कहा कि कृषि विभाग को भी पैकेजिंग, शॉर्टिंग और ग्रेडिंग पर काम करना चाहिए. उद्यान विभाग द्वारा 27 एकड़ में बनाई जा रही हाई टेक नर्सरी के माध्यम से 2 से 3 हजार स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार देने का निर्देश दिया गया. मंत्री ने कहा कि यह कदम पलायन रोकने में सहायक होगा. मंत्री ने चालू वित्तीय वर्ष के बजट राशि का समय पर उपयोग करने और अगले वित्तीय वर्ष के बजट की योजना पर अभी से काम शुरू करने का निर्देश दिया.