- इस बार किसी महिला को कांग्रेस बना सकती है मंत्री
- महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह हो सकती हैं चंपई सरकार में मंत्री
रांची : टेंडर कमीशन घोटाले में जेल में बंद आलमगीर आलम के इस्तीफे के बाद चंपई सरकार में मंत्री का एक पद खाली है. यह पद कांग्रेस कोटे से किसी विधायक से भरा जाएगा, लेकिन कांग्रेस ने अबतक किसी विधायक का नाम नहीं दिया है. जोहर लाइव से बातचीत में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि किस विधायक को मंत्री बनाया जाएगा अभी यह फाइनल नहीं हुआ है. उम्मीद है बकरीद के बाद इसपर प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर से चर्चा के बाद नाम फाइनल होगा. गौरतलब है कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर अभी जम्मू-कश्मीर में हैं. वे 21 जून को पश्चिम बंगाल जाएंगे उसके बाद 22 को झारखंड पहुंचेंगे.
आलमगीर आलम के इस्तीफे के बाद से खाली है मंत्री पद
झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के तहत झारखंड सरकार में चार मंत्री पद कांग्रेस को मिला है. आलमगीर के इस्तीफे के बाद एक पद खाली है. मंत्री पद पाने के लिए कई विधायक रांची से दिल्ली तक के वरिष्ठ नेताओं की चिरौरी कर रहे हैं. झारखंड में कांग्रेस विधायकों की कुल संख्या 17 है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार कांग्रेस मंत्री पद किसी महिला विधायक को देगी. कांग्रेस के पास 4 महिला विधायक हैं. पिछली बार हेमंत कैबिनेट में भी इनमें से किसी को पहुंचने का मौका नहीं मिला था. इसलिए इस बार पार्टी नेतृत्व महिला विधायक को ही मंत्री बना सकती है.
दीपिका की नाराजगी दूर करने के लिए मंत्री पद दे सकती है कांग्रेस
अगर किसी महिला विधायक को कांग्रेस कोटे से मंत्री बनाया जाता है तो सबसे पहला नाम महगामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह का आयेगा. दीपिका पांडेय सिंह को इस वजह से भी पार्टी मंत्री बना सकती है कि लोकसभा चुनाव में उन्हें गोड्डा लोकसभा सीट का प्रत्याशी घोषित कर बाद में टिकट वापस लिया गया था. दीपिका और उनके समर्थकों को बुरा तो बहुत लगा था, लेकिन उन्होंने किसी तरह का विरोध जाहिर नहीं किया. गोड्डा से कांग्रेस के प्रत्याशी बनाये प्रदीप यादव के पक्ष में चुनाव प्रचार किया, हालांकि प्रदीप चुनाव हार गये. कांग्रेस दीपिका की नाराजगी को दूर करने के लिए उन्हें मंत्री बना सकती है.