गढ़वा : जल शक्ति एवं जनजातीय कार्य राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडू ने सोमवार को गढ़वा पहुंचकर आकांक्षी जिला के रूप में किये जा रहे गढ़वा के विकास की समीक्षा की। मंत्री आकांक्षी जिले की विकास की प्रक्रिया को धीमी बताते हुए नाराजगी प्रकट की एवं कहा कि यहां के कार्यों से वह संतुष्ट नहीं हैं। पदाधिकारी विकास कार्यों में भ्रष्टाचार कर रहे हैं। लेकिन राज्य सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। वह यहां के कार्यों की रिपोर्ट बनायेंगे और केंद्र सरकार को सौपेंगे। राज्य सरकार को भी इसकी जानकारी दी जाएगी। इसकी जांच के लिए केंद्रीय टेक्नीकल जांच टीम भी गढ़वा आ सकती है।
मंत्री ने कहा कि पूरे देश में 112 आकांक्षी जिले चयनित किये गये हैं। जिसमें गढ़वा जिला भी शामिल है। इन जिलों में आपेक्षित विकास नहीं हुए हैं। कई जिलों में ये जिले काफी पीछे हैं। इन अविकसित जिलों में मानक के अनुसार विकास के लिए केंद्र सरकार विशेष फंड उपलब्ध करा रही है। आकांक्षी जिलों के विकास किये जा रहे कार्यों की समीक्षा के लिए केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मेवारी दी गई है। केंद्र सरकार की इस योजना के तहत ही वह गढ़वा आये थे। उन्होंने यहां के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने गढ़वा में किये जा रहे विकास कार्यांे पर नाराजगी प्रकट की। उन्होंने पदाधिकारियों को कड़े निर्देश दिये। मंत्री ने कहा कि मनरेगा जैसी योजनाओं में भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोल रहा है। भ्रष्टचार रोकने का काम राज्य सरकार का है। लेकिन वह भ्रष्ट पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई ही नहीं कर रही है।
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मंत्री टुडू ने कहा कि समीक्षा के दौरान पेयजल एवं स्वास्थ के क्षेत्र में किये जा रहे कार्य फिसड्डी निकले। इसके अभाव में जान माल का भी नुकसान हो रहा है। यातायात विभाग भी आपेक्षित कार्य से पीछे है। शेष विभागों में औसतन 30 प्रतिशत कार्य हुए हैं। केंद्र सरकार ने 2023 के अंत तक या 2024 के अप्रैल तक 100 प्रतिशत कार्य पूरा करने का लक्ष्य दिया है। पदाधिकारियों को हर हाल में इसे पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि 2024-25 तक जल जीवन योजना के तहत गढ़वा जिले में मेगा प्रोजेक्ट पूरा किया जाएगा। इसका सर्वे का कार्य पूरा हो गया है। इस प्रोजेक्ट से पेयजल के साथ-साथ जिले के 22 हजार हेक्टेयर भूमि भी सिंचित होगा। इसी तरह आदिवासी बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए ट्राईफेड के तहत जिले में एक एकलव्य विद्यालय खोला जाएगा। स्कूल भवन और हॉस्टल तैयार हो गया है। शेष कार्य जल्द पूरा किया जाएगा। इसमें सीबीएसई पाठ्यक्रम की पढ़ाई होगी। जिसमें 250 छात्र एवं 250 छात्राआें का हर साल नामांकन होगा।
मंत्री ने कहा कि गढ़वा के स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर और कर्मचारियों का 70 प्रतिशत पद रिक्त है। इस कारण बडी संख्या में लोग खासकर जनजातीय समाज की लोग अपनी जान बचाने के लिए अंधविश्वास की ओर जा रहे हैं। जिस कारण हत्या जैसी घटनाएं भी हो रही है। उन्होंने धर्मनांतरण पर बोलते हुए कहा कि उनके पास पैसा बहुत है। इसके बदौतल वे पदाधिकारियों को प्रभावित कर लेते हैं औैर पदाधिकारी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। धर्मनांतरण बड़ा जुर्म है। इसे जनजागरण के माध्यम से ही रोका जा सकता है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष ओमर्प्रकाश केशरी, अलखनाथ पांडेय, जवाहर पासवान, विकास स्वदेशी, संतोष दूबे आदि उपस्थित थे।