रांची: 19 नवंबर को भारत-न्यूजीलैंड टी-20 मैच देखने के लिए दर्शकों की उमड़ी भीड़ से साफ हो गया कि धोनी के इस शहर में क्रिकेट के प्रति दीवानगी कैसी है. खेल प्रेमी तो खेल प्रेमी, स्टेडियम में कई वीवीआईपी भी मैच का लुत्फ उठाते दिखे. लेकिन हेमंत सरकार के मंत्री जगरनाथ महतो और हफीजुल हसन व्यवस्था से इतने नाराज थे कि बीसीसीआई के पदाधिकारी को प्रोटोकॉल की परिभाषा समझाने लगे.
वायरल हो गया वीडियो
बीसीसीआई के अधिकारियों से उनकी बातचीत का वीडियो वायरल हो गया है. दरअसल दोनों मंत्री को ड्रेसिंग रूम के बगल वाले बॉक्स में जगह दी गई थी. बॉक्स का फ्रंट ग्लास टूटा हुआ था जिसकी वजह से मैच देखना मुश्किल हो रहा था. ऊपर से मंत्री जी को उनके कंफर्ट लायक सीट नहीं मिली थी. लिहाजा झारखंड के खेल मंत्री और शिक्षा मंत्री ने बीसीसीआई के पदाधिकारी को खरी खरी सुनाई. शिक्षा मंत्री ने बॉक्स के सामने ओपन कॉरिडोर में खड़े दर्शकों की तरफ इशारा करते हुए पदाधिकारी से पूछा कि यह क्या है. इसको व्यवस्था कहा जाता है क्या. इस पर पदाधिकारी ने भरोसा दिलाया कि वॉलिंटियर के जरिए सामने खड़े लोगों को हटवा दिया जाएगा.
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शीशा पर सवाल पूछते रहे मंत्री
दूसरी तरफ मंत्री हफीजुल हसन बार-बार यही पूछते रहे कि सामने ग्लास क्यों लगा हुआ है. दोनों मंत्री सवाल करते रहे और बीसीसीआई के पदाधिकारी उन्हें समझाने की कोशिश करते रहे कि इस बॉक्स से बेस्ट व्यू यानी मैच का पूरा आनंद मिलता है. खास बात है कि इस मैच का लुत्फ उठाने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी अपने परिवार के साथ पहुंचे थे लेकिन उनके बैठने की अलग व्यवस्था थी. मुख्यमंत्री के बगल में जेपीएससी के चेयरमैन सह जेएसीए के सर्वे सर्वा कहे जाने वाले अमिताभ चौधरी बैठे हुए थे. लिहाज, इस वायरल वीडियो की खूब चर्चा हो रही है. लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं.