लोहरदगा: लोहरदगा नगर भवन में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड के चमोली में मारे गए मजदूरों के आश्रित परिवारों को वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव और राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू द्वारा 33 लाख रुपए का चेक देकर उनके दर्द को कम करने की कोशिश हुई. इस मौके पर मंत्री ने कहा कि रोजगार की खोज में हमारे जिले के युवक बाहर चले जाते हैं और इस तरह से प्राकृतिक घटना के शिकार हो जाते हैं. मंत्री ने चमोली हादसे के पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.
इस मौके पर टाना भगत और महिलाएं के लिए भी विशेष कार्यक्रम रखा गया. जेएसएलपीएस की महिलाओं के बीच सरकार की ओर से 3 मिनी ट्रैक्टर के साथ खाद्य बीज का भी वितरण किया गया. वहीं टाना भगतों के बीच कृषि कार्य में तेजी लाने के लिए 9 ट्रैक्टर, हाइड्रॉलिक ट्रेलर और रोटा मशीन के साथ-साथ महामारी को देखते हुए ऑक्सीमिटर भी मुफ्त में दिया गया.
इस मौके पर मंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई में टाना भगत का अहम योगदान रहा है. किंतु इनका विकास नहीं हो सका. हमारी सरकार किसानों का हित चाहती है. उनकी जीविका पर इसका असर पड़ेगा. उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी होगी. वहीं पिछली भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार जमीन छीनने का काम कर रही थी. सरकार कृषि कार्य में गति देने का काम कर रही है. ऐसे कार्यक्रमों के जरिये जिलों को करोड़ों रुपए का सहायता देना अच्छी पहल है.
इस मौके पर चमोली हादसे के पीड़ित परिवारों को बड़ी राहत मिली. बता दें कि उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूट कर गिरने से झारखंड के 14 मजदूरों की मौत हो गई थी. ये लोग वहां बीआरओ के लिए सड़क निर्माण का काम कर रहे थे.