JoharLive Team
पाकुड़। पाकुड़ विधायक व राज्य सरकार के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा है कि झारखंड का बजट सरकार की दिशा व दशा तय करेगा। हम बड़े आकार के बजाय संतुलित बजट लेकर आएँगे, जो यहां की जन आकांक्षाओं के अनुरूप होगा। उन्होंने ये बातें गुरुवार को मीडिया से कहीं। उन्होंने बताया कि फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में हमारा बजट सत्र शुरू होगा। सरकार द्वारा राशि निकासी व योजनाओं पर रोक लगाए जाने को लेकर आलम ने कहा कि कुछ तकनीकी मजबूरियां हैं। राज्य का खजाना खाली है। इसे शीघ्र ही दुरूस्त कर योजनाओं के संचालन की दिशा में सरकार प्रयत्नशील है। कांग्रेस के 1932 का खतियान विरोधी के संदर्भ में कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार सबकी सहमति से झारखंड के परिप्रेक्ष्य में नियोजन व डोमिसाइल की नीति तय करे। हम अपने मेनीफेस्टो के तहत मिल बैठ कर सभी निर्णय लेंगे।
उन्होंने कहा कि पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र में रोजगार का मूल साधन यहां का पत्थर तथा बीड़ी उद्योग रहा है, लेकिन विभिन्न तकनीकी कारणों से अधिकांश पत्थर खदान व क्रशर बंद हैं। फलस्वरूप लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। हम शीघ्र ही सभी समस्याओं का समाधान कर खदानों को चालू करवाएँगे। वहीं बेतहाशा चोरी के चलते जिले की बंद कोयला उत्खनन व परिवहन के संदर्भ में कहा कि यह जिला प्रशासन की जिम्मवारी है कि ढुलाई में लगे वाहनों से कोयला चोरी पर अंकुश लगाए, ताकि लोगों को रोजगार व सरकार को राजस्व की प्राप्ति हो। साथ ही जबरन कोयला उतारने वालों से अपील की कि आप इसे बंद करें वरना जेल जाना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने सदर अस्पताल सहित प्रखंड अस्पतालों में भी डॉक्टरों की कमी के बावत कहा कि राज्य में अपेक्षा के अनुरूप मेडिकल कॉलेजों की भारी कमी है। फलस्वरूप जितने डॉक्टर चाहिए उतने तैयार नहीं हो पाए, लेकिन हमारी सरकार इस स्थिति में शीघ्र ही अपेक्षित सुधार लाएगी, ताकि आम जनता को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। साथ ही राज्य के त्वरित विकास के मद्देनजर गांवों को शहरों से जोड़ने व सखी मंडल के जरिए रोजगार श्रृजन के तरीकों को व्यावहारिक बनाने की बात कही।