रामगढ़: 4 वर्षों तक गुमशुदा रहने के बाद अपने परिवार वालों से मिलने की खुशी क्या होती है इसका अंदाजा इस महिला को देखकर लगाया जा सकता है. मानसिक रूप से बीमार महिला जब इलाज के बाद अपने परिजनों से मिली तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा. परिजनों से मिलने के बाद महिला ने खुशी जाहिर की. वहीं उनके परिवार के सदस्यों ने जिला प्रशासन रामगढ़ का हृदय से धन्यवाद किया है. बता दें कि 3 अगस्त 2020 को भुरकुंडा ओपी क्षेत्र रामगढ़ से 36 वर्षीय महिला जो की मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के साथ-साथ लापता थी. उस महिला को रामगढ़ जिला अंतर्गत संचालित स्वाधार गृह में आश्रय दिया गया. वहीं 31 मार्च 2024 को राज्य सरकार के निर्देशानुसार स्वाधार गृह की सभी आश्रितों को छत्तरमांडू स्थित वन स्टॉप सेंटर, जेल रोड रामगढ़ में स्थानांतरित किया गया.

इस दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कनक तिर्की एवं वन स्टॉप सेंटर रामगढ़ के केंद्र प्रशासक दुख हरण महतो द्वारा महिला को उनके परिवार से मिलाने हेतु विभिन्न स्तरों पर कार्य किए गए. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं केंद्र प्रशासक उत्तरी 24 परगना पश्चिम बंगाल से पत्राचार किया गया. साथ ही जिला प्रशासन रामगढ़ लगातार संपर्क कर आखिरकार महिला के परिवार वालों का पता लगाया. महिला की मां को रामगढ़ बुलाकर उन्हें सौंप दिया गया. इस दौरान जिला प्रशासन रामगढ़ द्वारा महिला को उनके परिवार को सौपने को लेकर औपचारिक प्रक्रियाएं पूरी की गई. 3 जुलाई 2024 को जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रामगढ़ एवं केंद्र प्रशासक तथा अन्य कर्मियों की उपस्थिति में महिला को उनके परिवार को सौपा गया.

Share.
Exit mobile version