गुमला: नेट मार्केटिंग बनाम लोकल मार्केटिंग विषय पर प्रबुद्धजनों ने बैठक कर समाज में उसके दुष्परिणाम को रेखांकित किया. गुमला कचहरी परिसर में आयोजित इस संक्षिप्त बैठक में जानकारों ने नेट मार्केटिंग से समाज में बढ़ते दुष्परिणाम पर चर्चा की. साथ ही इसे रोकने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए.
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कार्यक्रम के संजोजक अधिवक्ता अजय पपलू ने कहा कि इंटरनेट मार्केटिंग ईस्ट इंडिया कंपनी की याद दिला रही है, जो करीब 70 साल के प्रयास से भारत के घरेलू उद्योग को समाप्त कर पूरे भारतीय बाजार पर अपना कब्जा कर लिया था. अधिवक्ता राजबलभ मिश्रा ने कहा कि लोकल मार्केटिंग को प्राथमिकता देना जायदा उचित है. वहीं ज्योति मिंज ने कहा कि युवाओं पर समाज निर्माण की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है. जो युवा नेट मार्केटिंग कर रहे हैं कल नौकरी नहीं मिलने पर वही व्यापार करेगें.
कार्यक्रम में स्वदेशी जागरण मंच के संजोजक संतोष झा ने कहा कि लोकल मार्केटिंग का महत्व लोगों को तब समझ में आता है जब पूजा-पाठ, शादी विवाह में लोकल दुकानदार उधार देकर पैसा डूबने का भय होने के बाबजूद कार्यक्रम को संपन्न कराते हैं. इस दौरान विष्णू प्रसाद गुप्ता, संतोष सिंह राहुल उरांव सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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