बोकारो: बोकारो परिसदन में स्थानीय मुद्दों को लेकर जिला प्रशासन, बीएसएल प्रबंधन और जन प्रतिनिधियों की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त विजया जाधव ने की. बीएसएल के ईडी पीएनए राजन प्रसाद, मानव संसाधन विभाग के हरी मोहन झा, झामुमो पार्टी जिलाध्यक्ष हीरा लाल मांझी, मंटू यादव समेत अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे. इस दौरान बीपी-डायबिटीज जैसे बीमारियों को लेकर ठेका श्रमिकों को काम से बैठा देने की बात सामने रखी गई. बीएसएल प्रबंधन ने बताया कि यह श्रमिकों के हित में लिया गया निर्णय है. श्रमिकों को हटाने की प्रबंधन की कोई मंशा नहीं है. प्रबंधन चाहता है कि कर्मी स्वस्थ होकर प्लांट आएं. इलाज कराने के लिए 28 दिनों का समय दिया जा रहा है.
उपायुक्त ने कहा कि बीएसएल प्रबंधन कर्मियों की स्वास्थ्य जांच के लिए मेडिकल काउंसलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें. कर्मियों की स्वास्थ्य जांच 10-10 दिनों में की जाएं. अगर वह स्वस्थ्य हैं तो उन्हें पुनः नियोजित करें. साथ ही, उन्हें आयुष्माण योजना से लाभान्वित करें. बैठक में 75 फीसदी स्थानीय लोगों के नियोजन को लेकर चर्चा हुई. इस पर कंपनी द्वारा रिक्तियों की जानकारी नहीं देने की बात जिला नियोजन पदाधिकारी ने कहीं. उपायुक्त ने कर्मियों की मांग रिक्तियों से संबंधित ब्योरा जिला नियोजनालय से समन्वय कर साझा करने को कहा. उन्होंने कहा कि हम कौशल युक्त प्रशिक्षु कर्मियों को ही आपको उपलब्ध कराएंगे. इस पर बीएसएल प्रबंधन ने सहमति जताई.
विस्थापित गांव पंचायत में शामिल हो
वहीं, बैठक में विस्थापित गांवों को पंचायत में शामिल करने को लेकर भी चर्चा की गई. जिस पर उपायुक्त ने कहा कि जिले से इसको लेकर प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है. पुनः इस मामले में पंचायती राज पदाधिकारी मो. सफीक आलम को पत्र भेजने का निर्देश दिया. इसके अलावा बीएसएल प्रबंधन द्वारा क्षेत्र में सीएसआर कार्यों से प्रतिनिधियों को अवगत कराने एवं अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा कर जरूरी दिशा निर्देश दिया. बैठक में डीपीएलआर मेनका, अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, परिवहन पदाधिकारी वंदना शेजवलकर, श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार, सीएसआर नोडल शक्ति कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिले के सभी संबंधित विभागों के वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.