झारखंड: झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने विधानसभा में एक लाख 45 हजार 400 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पेश किया है। इस बजट में कई नई योजनाओं की घोषणा की गई है, जिनमें रांची के अलावा पीपीई मोड पर खूंटी, गिरिडीह, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर और जामताड़ा में मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव शामिल है।
रांची जिला में नए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के निर्माण पर प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। इसका मकसद प्राथमिक, माध्यमिक एवं तृतीयक स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
झारखंड में पहले से ही 630 सीटों के साथ छह सरकारी मेडिकल कॉलेज, 100 सीटों के साथ एक निजी मेडिकल कॉलेज और 150 सीटों के साथ एक डीम्ड विश्वविद्यालय मौजूद हैं। राज्य में मेडिकल की पढ़ाई के प्रति छात्रों की रुचि और सीटों की संख्या में इजाफा हुआ है।बीते कुछ सालों में यहां मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ी है। पहले एमबीबीएस कॉलेजों की संख्या महज तीन थी, जो अब आठ हो गई है। सीटें बढ़कर 1058 हो गई हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेज में रिम्स, रांची में 172 सीटें, एमजीएम जमशेदपुर में 100 सीटें, निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज में 50 सीटें, नीलांबर पीतांबर कॉलेज, पलामू में 100 सीटें, फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज में 100 सीटें और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में 100 सीटें हैं।
वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।
इस बजट में स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा शिक्षा, कृषि, ग्रामीण विकास और अन्य क्षेत्रों में भी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं। यह बजट राज्य के विकास और लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
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