रांची : झारखंड में तंत्र भी पूरी तरह प्रभार में चत रहा है. आईएएस-आईपीएस संवर्ग को मिलाकर राज्य में कुल 373 पद हैं, जिनमें से 88 पद खाली पड़े हैं. झारखंड कैडर के 18 सीनियर आईएएस और 22 आईपीएस अगले कुछ वर्षों के लिए केंद्रीय तैनाती पर हैं. आईएएस के 224 पद हैं, जिनमें केवल 170 अधिकारी ही कार्यरत हैं. इस तरह 54 पद खाली पड़े हैं। दो आईएएस पूजा सिंघल और छविरंजन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में हैं. इसी तरह आईपीएस के 149 पद सृजित हैं. इनमें से 113 ही कार्यरत हैं. इनमें से 22 आईपीएस केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए हुए हैं. केंद्रीय तैनाती पर गए आईपीएस में डीजी से लेकर एसपी स्तर तक के अफसर हैं. झारखंड में भारतीय वन सेवा संवर्ग के अफसरों की स्थिति भी बेहतर नहीं है. अधिकारी एक से अधिक प्रभार संभाल रहे हैं.

जानिए किस अफसर के पास हैं कितने प्रभार

वंदना दादेल- मंत्रिमंडल निगरानी, प्रधान सचिव मुख्यमंत्री
अमिताभ कौशल- खाद्य उपभोक्ता मामले एवं आपूर्ति वितरण, आपदा प्रभाग, राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार.
अरुण कुमार सिंह- विकास आयुक्त, स्वास्थ्य विभाग.
अजय कुमार सिंह- ग्रामीण कार्य विभाग , वित्त विभाग.
विनय कुमार चौबे- मुख्यमंत्री सचिव, नगर विकास विभाग उत्पाद, जुडको, जीआरडीए.
सुनील कुमार- भवन निर्माण, पथ निर्माण, भवन निर्माण निगम.
अविनाश कुमार- ऊर्जा विभाग, होम डिपार्टमेंट,सीएमडी, झारखंड बिजली विकास निगम, एमडी झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड.
राजेश्वरी बी- मनरेगा आयुक्त, झारखंड स्टेट चाइल्ड प्रोटेक्शन सोसाइटी, राज्य पोषण मिशन, झारखंड स्टेट वाटर शेड मिशन.
अबुबकर सिद्दिकी- कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, खनन विभाग, जेएसएमडीसी
प्रशांत कुमार- जलसंसाधन विभाग, योजना और विकास विभाग, स्वर्ण रेखा प्रोजेक्ट.
के रवि- स्कूली शिक्षा विभाग, प्राथमिक शिक्षा, राज्य निर्वाचन पदाधिकारी.
किरण कुमारी पासी- झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, जेसीइआरटी,मिड डे मील प्राधिकरण

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