जमशेदपुर : लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा में महज कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. लोग दीपावली के बाद अब छठ की तैयारी में जुट गए है. इसे लेकर बाजारों की भी रौनक बढ़ गई है. विभिन्न इलाकों में सूप-दउरा जगह-जगह बिकने शुरू हो गए हैं. चौक-चौराहों पर छठ पूजा के गीत भी बज रहे हैं. छठ पूजन सामग्री खरीदने के लिए लोगों की भीड़ भी उमड़ने लगी है. कई लोग बढ़ी हुई कीमतों से बचने के लिए अभी से खरीदारी में जुट गए हैं. बर्तन की दुकान धनतेरस से ही सजे हुए हैं. हालांकि, ज्यादातर लोग छठ के लिए बर्तनों की खरीदारी धनतेरस पर ही कर लेते हैं. पीतल के सूप, परात, बाल्टी, ग्लास, लोटे, भगोने की मांग छठ पर अधिक होती है.

सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाने वाला महापर्व छठ की शुरुआत 17 नवंबर से होगी. नहाए खाए के साथ चार दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत होगी. वहीं, खरना 18 नवंबर को है. दिनभर निर्जला उपवास के बाद संध्या के समय छठव्रती खीर-रोटी बनाकर पूजा के बाद प्रसाद ग्रहण करेंगी. छठ पूजा के तीसरे दिन संध्या अर्घ्य होता है. इस दिन छठ पर्व की मुख्य पूजा की जाती है. व्रती डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं. इस साल संध्या अर्घ्य 19 नवंबर को है. चौथे दिन यानी सप्तमी तिथि को व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करते हैं. 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. इस दिन चार दिवसीय महापर्व छठ की समाप्ति होगी.

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