बोकारो : जिले में भाकपा माओवादियों ने एक बार फिर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. बीती शाम पेंक नारायणपुर और नावाडीह थाना क्षेत्र के पलामू और सारुबेड़ा इलाकों में माओवादियों ने जगह-जगह पोस्टर चिपकाकर लोगों से वोट बहिष्कार करने की अपील की. इस घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया है और ग्रामीणों में भय का वातावरण व्याप्त है.
पोस्टर में क्या लिखा?
माओवादियों ने अपने पोस्टरों में चुनाव बहिष्कार की अपील की है. पहले पोस्टर में लिखा था, “वोट क्यों? जंगल, जंगल, जमीन से बेदखल करने के लिए वोट का बहिष्कार करें.” दूसरे पोस्टर में, माओवादी नेताओं ने मजदूरों, किसानों और उत्पीड़ित वर्ग से एकजुट होकर चुनावों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है. भाकपा माओवादियों ने नोटा (None of the Above) को भी ‘वर्तमान संसदीय व्यवस्था का पर्दा’ बताया और लोगों से इसे भी नकारने की अपील की. एक अन्य पोस्टर में, माओवादी समूह ने बीजेपी को ‘किसान विरोधी’ करार देते हुए, चुनाव में वोट देने से बचने की बात कही. इसमें लिखा था, “किसान विरोधी कृषि कानून और मजदूर विरोधी श्रम कानून बनाने वाले फासीवादी बीजेपी को पहचानो, वोट मांगने आए तो मार भगाओ, और इस फर्जी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करें.”
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
नावाडीह प्रखंड के ऊपरघाट इलाके के ग्रामीणों का कहना है कि शाम को बाइक पर सवार दो व्यक्ति उनके इलाके में आए और चुनाव बहिष्कार के पोस्टर जगह-जगह चिपका गए. इस घटना के बाद, ग्रामीणों के बीच डर और तनाव का माहौल है. यह पहला मामला नहीं है जब माओवादी चुनावों के खिलाफ इस तरह की अपील कर रहे हैं. इससे पहले, पश्चिमी सिंहभूम के मनोहरपुर क्षेत्र में भी माओवादियों ने पहले चरण के मतदान के दिन पोस्टर चिपकाकर वोट बहिष्कार की अपील की थी.
पुलिस ने इलाके में तेज की गश्त
इस घटना के बाद, पुलिस ने इलाके में गश्त तेज कर दी है और माओवादियों की तलाश में अभियान शुरू कर दिया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि माओवादी गुटों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है, और उन तक पहुंचने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे.