रांची : कई परिवार ऐसे हैं जो रह रहे हैं झारखंड में, लेकिन दूसरे राज्य का भी राशन कार्ड बनवा लिया है और वहां से भी राशन का उठाव कर रहे हैं. ऐसे परिवारों के खिलाफ झारखंड सरकार सख्त रूख अपनाने वाली है. दरअसल, विभाग को यह सूचना मिली है कि राज्य में ऐसे भी लोग हैं, जिनका नाम झारखंड के अलावा दूसरे राज्य के राशन कार्ड में जुड़ा हुआ है और दो राज्यों से राशन ले रहे हैं. खाद्यापूर्ति विभाग की ओर से राज्य में 2,05189 वैसे कार्ड चिन्हित किये गये हैं, जो डूप्लीकेट हैं. इन्हें हटाने की कार्रवाई चल रही है. अब तक 74324 राशन कार्ड कैंसिल भी कर दिये गये हैं. सिर्फ राजधानी रांची में वर्तमान में 17,930 लोगों का नाम राशन कार्ड से हटाने की तैयारी है. ऐसे लोगों पर अब खाद्य आपूर्ति विभाग की विशेष नजर है.
3621 के नाम डिलीट
राजधानी में 21 सितंबर 2023 से लेकर 13 अक्टूबर 2023 के बीच दो राज्य में राशन कार्ड बनाने वाले 21551 लोग चिह्नित हुए हैं. इनमें से 3621 लोगों का नाम राशन कार्ड से डिलीट भी कर दिया गया है. बाकी बचे लोगों का नाम भी राशन कार्ड से हटाया जाएगा.
अयोग्य कार्डधारी को चेतावनी
अयोग्य कार्डधारी के खिलाफ जिला प्रशासन की ओर से अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत अयोग्य कार्डधारकों से कहा गया है कि कि स्वेच्छा से कार्ड सरेंडर करें. ऐसा नहीं करने पर जांच में अपात्र पाए जाते हैं तो जब से राशन का उठाव कर रहे हैं उसकी राशि बाजार दर से ब्याज सहित ली जाएगी. साथ ही कानूनी कार्रवाई भी होगी.
नए लोगों का जोड़ा जाएगा नाम
दो राज्यों में राशन कार्ड बनाकर अनाज का उठाव करने वाले लोगों का नाम हटाने से उन लोगों का नाम जोड़ा जा सकेगा जो वैकेंसी का इंतजार कर रहे हैं. दरअसल वर्तमान में गुलाबी और पीला कार्ड यानी अंत्योदय कार्ड की वैकेंसी खत्म हो गई है. राज्य सरकार की ओर से दिए जाने वाला हरा राशन कार्ड बनाया जा रहा है. ऐसे में दो राज्यों से अनाज का उठाव करने वालों का नाम हटा दिए जाने के बाद नए लोगों का कार्ड बनाया जा सकेगा.