नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 106वें एपीसोड में देशवासियों से त्योहारों के सीजन में स्थानीय उत्पादों के प्राथमिकता पर जोर दिया. उन्होंने खादी उत्पादों की रिकॉर्ड बिक्री का भी जिक्र किया और कहा कि स्थानीय उत्पादों की खरीद से अन्य देशवासियों की भी दीपावली में खुशियां आयेंगी. देश का आत्मनिर्भर बनने का सपना भी साकार होगा.

भगवान बिरसा मुंडा चाहते थे कि हर व्यक्ति को सम्मान व समानता मिले

प्रधानमंत्री ने जनजाति गौरव दिवस और जनजातीय समुदाय के नायकों से जुड़े प्रेरणादायक प्रसंग का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाता है. भगवान बिरसा मुंडा ने ऐसे समाज की कल्पना की थी जहां अन्याय का कोई स्थान ना हो. वे चाहते थे कि हर व्यक्ति को सम्मान और समानता मिले. आज हमारे आदिवासी भाई-बहन प्रकृति की देखभाल और उसके संरक्षण के लिए हर तरह से समर्पित हैं. हम सबके लिए यह बात बहुत ही प्रेरणादायक है.

पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को भी याद किया

प्रधानमंत्री ने देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी आगामी जयंती पर याद करते हुए प्रधानमंत्री ने ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान और ‘मेरा युवा भारत’ (माय भारत) कार्यक्रम का उल्लेख किया. उन्होंने बताया कि देश की एकता के सूत्रधार सरदार पटेल की जयंती पर देश के कोने-कोने से एकत्रित की गई माटी लेकर अमृत कलश यात्राएं दिल्ली पहुंच रही हैं. इन्हें एक विशाल कलश में डाला जाएगा और इस पवित्र मिट्टी से दिल्ली में अमृत वाटिका का निर्माण होगा. उन्होंने बताया कि ‘माय भारत’ देश के युवाओं को राष्ट्र निर्माण के विभिन्न आयोजनों में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करेगा. वे युवाओं से आग्रह करते हैं कि स्वयं को mybharat.gov.in में रजिस्टर कर विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभागी बनें. इस दौरान प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31 अक्टूबर की पुण्यतिथि पर भी उन्हें याद किया.

तमिलनाडु में साहित्य के माध्यम से देश को जोड़ने के प्रयास

प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु में साहित्य के माध्यम से देश को जोड़ने के लिए चलाए जा रहे एक प्रयास की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि तमिलनाडु की प्रसिद्ध लेखिका शिवशंकरी ने एक प्रोजेक्ट के माध्यम से 18 भारतीय भाषाओं में लिखे साहित्य का तमिल में अनुवाद किया है. इसके लिए उन्होंने देश के अलग-अलग कोनों तक की भी यात्रा की है. उनके इस प्रोजेक्ट से जुड़े हुए चार वॉल्यूम प्रकाशित हुए हैं. उन्हें उनकी इस संकल्प शक्ति पर गर्व है.

परंपरा को संरक्षित करने की भी सराहना

प्रधानमंत्री ने कन्याकुमारी के एके पेरूमल की तमिलनाडु के कहानी कहने की परंपरा को संरक्षित करने के कार्य की भी सराहना की. उन्होंने बताया कि वे तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में यात्रा कर वहां की ‘फोक आर्ट फोर्म’ को खोज कर अपनी पुस्तक का हिस्सा बनाते हैं. उन्होंने अब तक करीब 100 किताबें लिख डाली हैं. वे तमिलनाडु के मंदिर संस्कृति के बारे में भी शोध करना पसंद करते हैं.

एशियाई गेम व पैरा ओलंपिक में भारत को मिले पदकों को बताया ऐतिहासिक उपलब्धि

कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने एशियाई गेम और पैरा ओलंपिक में भारत को मिले पदकों को ऐतिहासिक उपलब्धि बताया. उन्होंने कहा कि वह इन खेलों में भाग लेने वालों को बहुत-बहुत बधाई देते हैं. साथ ही उन्होंने एक स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स की ओर भी ध्यान आकर्षित कराया. इसमें मानसिक रूप से दिव्यांग प्रतिभागी भाग लेते हैं. इस प्रतियोगिता में भारतीय दल ने 75 स्वर्ण पदक सहित कुल 200 पदक जीते.

इसे भी पढ़ें : आंदोलनकारियों को हेमंत सरकार का दिवाली गिफ्ट, जानें क्या मिला

Share.
Exit mobile version