माले : भारत-मालदीव के बीच लगातार हो रहे विवाद के साथ ही मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पर एक मौत का गंभीर आरोप लगा है। दरअसल, इस हादसे की वजह राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू द्वारा एयरलिफ्ट के लिए भारत की ओर से दिए गए डोर्नियर विमान का उपयोग करने से मना करना बताया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, एक नाबालिग लड़के को ब्रेन ट्यूमर था। अचानक से उसे स्ट्रोक पड़ गया। इससे उसकी हालत गंभीर हो गई। लड़के के परिजनों ने उसकी हालत खराब होने पर उसे गैफ अलिफ़ विलिंगिली स्थित उसके घर से राजधानी शहर माले ले जाने के लिए मालदीव के राष्ट्रपति से एयर एम्बुलेंस की मांग की थी। अधिकारियों ने तुरंत चिकित्सा निकासी की व्यवस्था करने के लिए आवेदन किया था लेकिन, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने उसे एयरलिफ्ट के लिए भारत की ओर से दिए गए डोर्नियर विमान का उपयोग करने की मंजूरी देने से मना कर दिया। इसके परिणामस्वरूप शनिवार को मालदीव में एक किशोर की मौत हो गई।
मृतक के पिता ने लगाया आरोप
मृतक किशोर के पिता ने बताया हमने स्ट्रोक के तुरंत बाद उसे माले ले जाने के लिए आइलैंड एविएशन को फोन किया था। उनके द्वारा हमारी किसी कॉल का जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद उन्होंने गुरुवार सुबह 8:30 बजे फोन का जवाब दिया। साथ ही फोन पर बताया कि ऐसे मामलों के लिए समाधान एक एयर एम्बुलेंस है। आपातकालीन निकासी मांग करने के 16 घंटे बाद लड़के को माले लाया गया। इसी बीच, आपातकालीन निकासी अनुरोध प्राप्त करने वाली आसंधा कंपनी लिमिटेड के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने अनुरोध के तुरंत बाद निकासी की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। दुर्भाग्यवश आखिरी समय में उड़ान में तकनीकी समस्या के कारण डायवर्जन नहीं हो पाया था।
क्या कहना है मालदीव के सांसद का
किशोर की मौत पर टिप्पणी करते हुए मालदीव के सांसद मीकैल नसीम ने कहा कि भारत के प्रति राष्ट्रपति की दुश्मनी को संतुष्ट करने के लिए लोगों को अपनी जान देकर इसकी कीमत चुकाने की नौबत नहीं आनी चाहिए। बता दें कि यह घटना ऐसे समय में आया है जब मालदीव के मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणियां की गई। इसके बाद हाल ही में दोनों के बीच राजनयिक संबंध खराब हो गए हैं।