रांची। तेलंगाना मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ हुई मुलाकात के दौरान 2024 के चुनाव को लेकर रणनीति बनाई गई है। इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरयू राय ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों को अलग कर तीसरा फ्रंट बन सकता है। इस देश में यह उपयोगी होगा यह उन्हें नहीं लगता है।
सरयू राय ने कहा कि जो भी लोग चाहे केसीआर या ममता बनर्जी ये काम कर रही हैं कि भाजपा, कांग्रेस को छोड़कर तीसरा मंच बनाएं। मगर ये सब चीजें जब 1964-65 में जब राम मनोहर लोहिया ने गैर कांग्रेसवाद का नारा दिया था और बाद में कहा गया कि कांग्रेस के खिलाफ सब इकठ्ठा हो उसमें जनसंघ भी शामिल हुआ, कम्युनिस्ट भी इकट्ठे हुए, सोसलिस्ट भी इकठ्ठे हुए. विचार विपरीत होने के बाबजूद लोग इकट्ठे हुए और कांग्रेस चली गई तब से ये परंपरा चल रही है कि सबको इकठ्ठा करके हम एक को हटा दें। यह विचार कितना स्वस्थ है और कितना अस्वस्थ है इसपर अलग अलग विचार हैं मगर मुझे नहीं लगता है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों को अलग कर तीसरा फ्रंट बन सकता है इस देश में यह उपयोगी होगा मुझे नहीं लगता।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात राजनीतिक मायने में काफी अहम माना जा रहा है। इसे खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी स्वीकार किया है। शुक्रवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की मुलाकात हुई है जिस दौरान राष्ट्रीय राजनीति पर भी चर्चा हुई है। कहा जा रहा है कि मुलाकात के दौरान 2024 की राजनीतिक हालात पर चर्चा दोनों नेताओं के बीच हुई है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने से पूर्व तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन जैसे भाजपा विरोधी दलों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं।