Khunti : जल संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। जल छाजन योजनाएं न सिर्फ किसानों को सिंचाई के बेहतर साधन उपलब्ध कराती हैं, बल्कि प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में भी सहायक होती हैं। ये बातें खूंटी जिला के DC लोकेश मिश्रा ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 के तहत आयोजित जल छाजन यात्रा के समापन कार्यक्रम में कहीं। जो कि आज यानि मंगलवार को खूंटी जिला में रनिया प्रखंड के गोईलकेरा गांव में आयोजित किया गया था।
बता दें कि यह जल छाजन यात्रा पांच फरवरी से झारखंड के विभिन्न जिलों में चलाया जा रहा था जिसका आज समापन हुआ। इस यात्रा का उद्देश्य लोगों को जल छाजन योजनाओं के बारे में जागरूक करना और जल, जंगल, जमीन के संरक्षण के महत्व को समझाना था।
मौके पर DC ने ग्रामीणों से यह अपील की कि वे इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लें और जल संरक्षण में भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि प्रशासन जल प्रबंधन के हर स्तर पर किसानों के साथ है।
वहीं इस कार्यक्रम के जरिये कई किसानों को वाटर शेड योद्धा को प्रमाण पत्र और दो व्यक्तियों को जल छाजन मार्गदर्शक के रूप में मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया। साथ ही एक नए तालाब के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया।
इस समापन समारोह में DC लोकेश मिश्रा मुख्य रूप से शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया, DDC श्याम नारायण राम, रनियां प्रखंड प्रमुख और अन्य लोग भी मौजूद रहे।
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