भारत को त्यौहारों का देश कहा जाता है. हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखने वाला त्यौहार नवरात्रि पर्व अब समाप्ति की ओर है. शारदीय नवरात्रि की षष्ठी तिथि से दुर्गा पूजा की शुरुआत हो जाती है. देश के लगभग हर हिस्से में मां दुर्गा के इन नौ दिनों को विशेष धूमधाम और तैयारी के साथ मनाया जाता है. बंगाल में नवरात्रि की अलग ही धूम नजर आती है. यहां पांच दिन चलने वाली दुर्गा पूजा में मां दुर्गा की ही पूजन की जाती है. दुर्गा पूजा के दौरान मां को प्रसन्न करने के लिए खास भोग तैयार किया जाता है. यह भोग काफी आकर्षण का केंद्र रहता है. इसे महासप्तमी, अष्टमी और नवमी वाले दिन दोपहर के खाने के वक्त पांडाल में मौजूद सभी भक्तों को परोसा जाता है.
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर किस तरह दुर्गा पूजा के दौरान बंगाली भोग खिचड़ी तैयार होती है. इन सिंपल स्टेप्स को फॉलो कर आप भी आसानी से इसे घर में तैयार कर सकती हैं.
बंगाली भोग खिचड़ी की सामग्री
बासमती चावल – 250 ग्राम
आलू – 2
चना दाल – 50 ग्राम
मूंग दाल – 100 ग्राम
फूलगोभी
मटर दाने – 1 कप
अदरक
मिर्च
हल्दी – 1/2 टी स्पून
चीनी – 1/2 टी स्पून
सूखी लाल मिर्च
हींग – चुटकी भर
दालचीनी
तेजपत्ता
लौंग
देसी घी – 2 टेबल स्पून
हरा धनिया कटा
नमक – स्वादनुसार
बंगाली भोग खिचड़ी बनाने की विधि
दुर्गा पूजा के लिए बनने वाली बंगाली भोग खिचड़ी तैयार करने के लिए सबसे पहले चावल को लें और उन्हें अच्छी तरह से धो लें. अब आलू को छीलें और उन्हें लंबे टुकड़ों में काट लें. फिर फूल गोभी को भी बड़े टुकड़ों में काट लें. अब अदरक लें और उसे कद्दूकस करें, फिर हरी मिर्च काट लें. अब एक कड़ाही को गर्म करें और उसमें मूंग दाल को दीमी आंच पर गुलाबी होने तक भून लें. अब इसमें लाल मिर्च, जीरा, हींग, चावल और घी को छोड़कर बाकी सारी सामग्री को मिला दें. अब इसमें लगभग आधा लीटर पानी डालें और धीमी आंच पर ढक्कर पका लें. (खिचड़ी कितनी पतली रखना है इसके लिए पानी आप अपने हिसाब से तय कर सकते हैं). अब बीच बीच में इसे चलाते रहें.
जब दाल और चावल अच्छी तरह से गल जाएं तो गैस की आंच को बंद कर दें. इस तरह आपकी खिचड़ी तैयार हो चुकी है. इसे सर्व करने से पहले एक अलग बर्तन में घी गर्म करें और उसमें खड़ी लाल मिर्च, हींग, जीरा को गर्म कर तड़का तैयार करें. अब इसी छौंक को खिचड़ी के ऊपर डालकर अच्छी तरह से मिला दें. अब हरा धनिया डालकर इस खिचड़ी को सभी को सर्व करें.