छत्तीसगढ़ : बलौदाबाजार में हुई हिंसा के बाद राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. हिंसा रोकने में नाकाम रहे तत्कालीन कलेक्टर कुमार लाल चौहान और एसएसपी सदानंद कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है. इससे पहले सरकार ने कलेक्टर और एसएसपी को जिले से हटा दिया था. अब दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है. आईएएस अधिकारी दीपक सोनी को बलौदाबाजार जिले का नया कलेक्टर बनाया गया है. विजय अग्रवाल नए एसपी होंगे. बता दें कि सतनामी समाज के प्रदर्शन के बाद भीड़ ने हाथों में तलवार, लाठी और रॉड लेकर कलेक्टर और एसपी ऑफिस में आग लगा दी थी. सैकड़ों वाहनों को जला दिया गया था. साथ ही राहगीरों से मारपीट की गई थी. इतना ही नहीं देश का तिरंगा झंडा उतारकर सफेद झंडा फहरा दिया गया था.
भीड़ ने वाहनों में आग लगाई, 50 से ज्यादा लोग घायल
बता दें कि 10 जून को बलौदाबाजार जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था बिगड़ गई थी. प्रदर्शनकारियों ने संयुक्त कार्यालय भवन में आग लगा दी थी. पुलिस का दावा है कि प्रदर्शनकारी अपने साथ पेट्रोल बम और पत्थर लेकर आए थे. 100 बाइक, 30 से ज्यादा चार पहिया वाहन और दो दमकल गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया है. 50 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं. हिंसा के बाद सोमवार देर रात गृहमंत्री विजय शर्मा मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया.
जानें पूरा मामला
दरअसल, अमर गुफा में तोड़फोड़ और जैतखाम तोड़ने के विरोध में सतनामी समाज ने सोमवार को जिले में विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान पूरे प्रदेश से हजारों की संख्या में सतनामी समाज के लोग यहां पहुंचे और जमकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. ये लोग अमर गुफा में तोड़फोड़ और जैतखाम तोड़ने वाले आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे थे. दशहरा मैदान में उग्र प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारी कलेक्टर कार्यालय की ओर बढ़ गए. इस दौरान पुलिस और सतनामी समाज के लोगों के बीच जमकर झड़प हुई. भीड़ ने कलेक्टर परिसर में खड़े वाहनों में आग लगा दी.