नई दिल्ली : कैश फॉर क्वेरी मामले में बंगाल की टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर अब एक्शन की बारी है. लोकसभा आचार समिति उन्हें अयोग्य घोषित करने की तैयारी में है. इस संबंध में लोकसभा की आचार समिति या एथिक्स कमेटी महुआ मोइत्रा के विरुद्ध जांच की मसौदा रिपोर्ट पर विचार करने और उसे स्वीकार करने के लिए सात नवंबर को बैठक करने वाली है. बता दें कि महुआ मोइत्रा के खिलाफ झारखंड से गोड्डा के भाजपा सांसद ने पैसे लेकर लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था, जिसके बाद लोकसभा की आचार समिति में मामला गया और महुआ मोइत्रा से पूछताछ भी हुई. इस दौरान एथिक्स कमिटी के अध्यक्ष व महुआ मोइत्रा के बीच कई आरोप-प्रत्यारोप भी लगे.
इसे भी पढ़ें : पुलिया की रेलिंग तोड़ रेलवे ट्रैक पर गिरी यात्री बस और मच गई चिख-पुकार
2005 में भी 11 सांसद हुए थे सस्पेंड
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कमिटी के पदाधिकारियों ने बताया है कि पैनल मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश कर सकती है. इसमें शेष लोकसभा तक अयोग्य घोषित किया जाना शामिल है. अधिकारियों का कहना है कि पैनल साल 2005 के एक मामले से भी मदद ले सकता है, जहां रिश्वत लेकर सवाल पूछने पर 11 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था. 2007 में सुप्रीम कोर्ट ने भी आयोग्य ठहराए जाने के फैसले को बरकरार रखा था.
इधर, महुआ ने एथिक्स कमेटी प्रमुख पर साधा निशाना
इधर, महुआ मोइत्रा ने लोकसभा आचार समिति के प्रमुख विनोद कुमार सोनकर पर निशाना साधा. पैसे लेकर प्रश्न पूछने के आरोपों से जुड़े मामले में महुआ ने दावा किया है कि जब वह दो नवंबर को समिति के सामने पेश हुईं तो भाजपा सांसद ने उनसे अनैतिक, अप्रासंगिक और बेहूदे सवाल पूछे थे. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में तृणमूल सांसद ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके पास आधार समिति में रिकॉर्ड तथ्यों की हूबहू कॉपी मौजूद है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा मेरे खिलाफ आपराधिक मामलों की योजना बना रही है, यह जानकर में कांप रही हूं.
इसे भी पढ़ें : स्टेडियम के बाहर दर्शक लगाने लगे मुर्दाबाद के नारे, तो पुलिस ने बेकाबू भीड़ पर किया लाठीचार्ज…देखें वीडियो