Mumbai : बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बाढ़ के सैलाब में फंसी महालक्ष्मी एक्सप्रेस में 2000 यात्रियों को 9 घंटे बाद राष्ट्रीय आपदा राहत टीम की मदद मिलनी शुरू हो गई है। बदलापुर के तालकोड़ी गांव में आई बाढ़ के बीच दस घंटे से फंसी है। एनडीआरएफ के 120 जवानों ने अब तक 500 से अधिक यात्रियों को ट्रेन से बाहर सुरक्षित जगह पर निकाल लिया है। टीम के जवानों को ठाणे आपदा राहत टीम तथा भारतीय नौसेना के जवान भी मदद कर रहे हैं। नौसेना के 3 हेलीकाफ्टरों से भी राहत पहुंचाई जा रही है।
महालक्ष्मी एक्सप्रेस शुक्रवार को रात 8 बजकर 20 मिनट पर छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से कोल्हापुर के लिए  रवाना हुई थी। रात में हुई मूसलाधार बारिश की वजह से कल्याण की उल्हास नदी व बालधुनी नदी बेकाबू हो गई। इसी तरह बदलापुर में बारवी जलाशय भी ओवर फ्लो हो गया। इस वजह से ठाकुर्ली से लेकर कल्याण, विठ्ठलवाड़ी, अंबरनाथ, बदलापुर, बांगनी तक का पूरा इलाका जलमग्र हो गया। इस बीच रात 3 बजे महालक्ष्मी एक्सप्रेस बदलापुर व वांगनी स्टेशन के बीच मुंबई से 55 किमी. दूर तालकोड़ी गांव के पास पहुंची और इसी जगह पर बाढ़ के पानी में अटक गई। चारों तरफ जलभराव की वजह से ट्रेन के पिछले डिब्बे में भी पानी आ गया। मध्य रेलवे के प्रवक्ता एके जैन ने बताया कि ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों की सुरक्षा रेलवे की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। बहुत जल्द सभी यात्रियों को ट्रेन से सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। ट्रेन में 9 गर्भवती महिलायें भी थीं जिन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया है। ट्रेन में फंसे यात्रियों के इलाज के लिए 37 डाक्टरों की टीम मौके पर पहुंच गई है। बचाए गए यात्रियों को मुंबई तक पहुंचाने के लिए 14 बसों का इंतजाम किया गया है। 

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