Ranchi : झारखंड विधानसभा में आज एक अहम सवाल उठाया गया जब डुमरी विधायक जयराम महतो ने राज्य सरकार की फसल मूल्य भुगतान की प्रक्रिया पर सवाल उठाया, विधायक ने पूछा कि जब मंत्रियों को एकमुश्त वेतन मिलता है, तो किसानों को उनके फसलों के मूल्य का भुगतान किश्तों में क्यों किया जाता है? इस सवाल का जवाब विभागीय मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और सीएम हेमंत सोरेन ने सदन में दिया।
जयराम महतो ने पूछा, “क्या किसानों को उनके फसल के मूल्य का भुगतान किश्तों में किया जाता है?” इसपर मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बताया की, “हम किसानों से धान खरीदने के बाद उन्हें 50 प्रतिशत राशि तुरंत देते हैं, और बाकी की राशि मिलिंग प्रक्रिया के बाद दी जाती है। इस व्यवस्था का उद्देश्य यह है कि बिचौलिये इसमें हस्तक्षेप न कर सकें और किसानों को उनका उचित मूल्य समय पर मिल सके।”
जिसके बाद विधायक जयराम ने सवाल किया की “मंत्रियों का वेतन एकमुश्त दिया जाता है, तो किसानों को उनका फसल मूल्य किश्तों में क्यों दिया जाता है?” जिसपर मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने जवाब देते हुए कहा की “अगर हम किसानों को एकमुश्त भुगतान करेंगे, तो इससे भ्रष्टाचार और बिचौलियों का प्रभाव बढ़ेगा। हम इस व्यवस्था को किसानों के हित में लागू कर रहे हैं।”
वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मुद्दे पर कहा की धान खरीदने की प्रक्रिया सरकार के निर्धारित मानकों के अनुसार की जाती है। कभी-कभी मिलिंग में देरी हो जाती है, जिसके कारण भुगतान में भी समय लगता है। हालांकि हम इस प्रक्रिया को सुधारने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं, राज्य में राइस मिलों की संख्या बढ़ाई जा रही है ताकि इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जा सके।
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