Joharlive Team
रांची। अशोक नगर में हुए अग्रवाल बंधुओं की हत्या के मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी ने बुधवार को विशाल श्रीवास्तव के कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। अशोक नगर के पॉस इलाके के निजी न्यूज चैनल के दफ्तर में छह मार्च 2018 की शाम हुई दो सगे भाईयों हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की गई थी हत्या। लंबे समय से फरार था मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी, घटना के 21 महीने के बाद सरेंडर किया है।
6 मार्च 2019 की शाम रांची के व्यवसाई हेमंत अग्रवाल और उसके सगे भाई महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना को अंजाम देने के बाद लोकेश उसी रात अपने पूरे परिवार के साथ फरार हो गया था।
राजधानी के सबसे वीआईपी इलाके अशोक नगर में न्यूज चैनल का दफ्तर खोलने वाले लोकेश चौधरी की दोस्ती झारखंड के कई आईएएस और आईपीएस अधिकारियों से थी। पहुंच और पैरवी के बल पर लोकेश चौधरी ने कुछ महीने पहले झारखंड पुलिस से दो बॉडीगार्ड भी लिया था, लेकिन बाद में रांची डीआईजी ने रांची एसएसपी से लोकेश चौधरी के सुरक्षा की समीक्षा कराई थी। समीक्षा के बाद उसके दोनों सरकारी बॉडीगार्ड वापस ले लिए गए थे। सरकारी बॉडीगार्ड वापस लेने के बाद लोकेश चौधरी ने दो निजी गनर अपने साथ रखा था।
रांची के सबसे वीआईपी इलाके में हुए दोहरे हत्याकांड से पूरे राजधानी में सनसनी फैल गई थी। हत्या के बाद ऐसा लगा जैसे पूरा पुलिस महकमा मिलकर 24 घंटे में ही हत्या की गुत्थी सुलझा लेगा। जिस कमरे में हत्याकांड को अंजाम दिया गया था उस कमरे की जांच में पुलिस ने 12 घंटे लगा दिए थे, लेकिन नतीजा डेढ़ साल बाद अभी तक शून्य है।
अग्रवाल ब्रदर्स हत्याकांड में पुलिस ने अब तक लोकेश के दोनों बॉडीगार्ड और एक ड्राइवर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन पुलिस अभी तक हत्या की असली वजह सामने नहीं ला पाई है. हत्या की वजह एक बड़ी रकम बताइए जा रही हैं। लेकिन कितने पैसे इसका खुलासा पुलिस अभी तक नहीं कर पाई है. जबकि पुलिस दोनों बॉडीगार्डस को आमने सामने बिठाकर पूछताछ कर चुकी है. अब चुकी लोकेश चौधरी सरेंडर कर चुका है तब उम्मीद जगी है कि अग्रवाल बंधुओं की हत्या की असली वजह सामने आ पाएगी।