नई दिल्ली : लोकसभा में सोमवार को संसद की कार्यवाही बाधित करने के लिए कई सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है. निलंबित होने वालों में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, के. सुरेश एवं गौरव गोगोई, तृणमूल कांग्रेस सदस्य कल्याण बनर्जी, सौगत राय और प्रतिमा मंडल, द्रमुक सदस्य टी आर बालू, दयानिधि मारन और ए राजा, आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन सहित 30 सदस्यों का नाम शामिल है. वहीं लोकसभा के तीन और सदस्यों- के. जयकुमार, विजय वसंत और अब्दुल खालिक को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित किया गया है. इन तीन सांसदों पर स्पीकर के पोडियम पर चढ़कर नारेबाजी करने का आरोप है.
निलंबित सदस्यों ने किया प्रदर्शन
लोकसभा से सदन की अवमानना के मामले में पिछले हफ्ते निलंबित किए गए 13 सदस्यों में से कुछ ने सोमवार को संसद भवन की सीढ़ियों पर प्रदर्शन किया और संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह के बयान की मांग की. कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद, हिबी इडेन, बेनी बेहनन, डीन कुरियाकोस और माकपा सदस्य एस वेंकटेशन ने संसद भवन के मकर द्वार की सीढ़ियों पर बैठकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. उनके हाथों में तख्तियां भी थीं.
कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने कहा कि वह इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से यह संदेश देना चाहते हैं कि 13 दिसंबर की घटना सुरक्षा में चूक की गंभीर घटना थी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सदन में इस बारे में बयान देकर जनता को बताना चाहिए था कि ऐसा क्यों हुआ. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि भाजपा नेताओं ने नए संसद भवन की तारीफ की थी और दावा किया था कि यह पूरी तरह सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि चार महीने भी नहीं हुए हैं और लोकसभा में घुसपैठिए आ गए, इससे बड़ी सुरक्षा चूक क्या हो सकती है.
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