Joharlive Team
लोहरदगा। कोयला तैयार करने के लिए ग्रामीण जंगलों में आग लगा रहे हैं। बड़े-बड़े पेड़ों में आग लगाकर उनसे कोयला तैयार करने के लिए ग्रामीण जंगलों को फूंकने पर तुले हुए हैं। लोहरदगा के जंगलों में आग लगी हुई है, जिसकी वजह से पेड़-पौधों और वन्य जीवों पर खतरा मंडराने लगा है। सुदूरवर्ती जंगलों में आग धधक रही है।जानकारी के अनुसार जिले के सुदूरवर्ती किस्को प्रखंड के रुदनीपाट जंगल में आग लगी हुई है। इसके बावजूद किसी का इस ओर अब तक ध्यान नहीं गया है।
ग्रामीणों द्वारा पेड़ों में आग लगाकर जलावन के लिए कोयला तैयार करने की कोशिश में जंगलों में आग लगा दी गई है। ग्रामीण वन विभाग को यह धोखा देने की कोशिश करते हैं कि गर्मी की वजह से आग लगी है। हाल के समय में लगातार हो रही बारिश की वजह से गर्मी के कारण जंगलों में आग लगने की संभावना पूरी तरह से निराधार है। ऐसे में स्पष्ट है कि ग्रामीणों ने कोयला के लिए ही जंगल में आग लगाई है। वन विभाग पहले भी इस प्रकार की परेशानियों से जूझता रहा है। पिछले 2 सालों में इस प्रकार के मामलों में कमी आई थी। फिर एक बार जंगलों में आग लगाने का सिलसिला शुरू हो गया है।
वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास कुमार उज्जवल से जब फोन पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विभाग को इस बारे में जानकारी नहीं है। वे जांच कराएंगे। साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। बहरहाल जंगलों में आग लगाए जाने की वजह से वन संपत्ति को काफी ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है। लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती किस्को प्रखंड के रुदनीपाट जंगल में आग लगा दी गई है। ग्रामीणों ने कोयला तैयार करने के लिए पेड़ों में आग लगा दी है. जिसकी वजह से आसपास के जंगलों में आग धधक रही है। आग लगाए जाने की वजह से वह संपत्ति को काफी ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है।