JoharLive Team
रांची । झारखंड के लोहरदगा में नागरिकता संशोधन अधिनियम, सीएए के समर्थन में 23 जनवरी को निकाले गए जुलूस पर पथराव, आगजनी और फायरिंग की घटना के बाद से क्षेत्र में लागू कर्फ्यू गुरुवार सुबह पांच बजे से हटा लिया गया। हालांकि एहतियात के तौर पर अगले आदेश तक निषेधाज्ञा जारी रखने का रखने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान पुलिस-प्रशासन की ओर से शांति बनाये रखने की अपील की गयी है।
लोहरदगा में 23 जनवरी को हालात बिगड़ने के बाद कर्फ्यू लगाया गया। इस दौरान 24, 25, और 28 जनवरी को कर्फ्यू में ढील नहीं दी गयी। हालांकि 26 जनवरी को झंडोत्तोलन के लिए कर्फ्यू में कुछ समय के लिए ढील दी गयी। 27 जनवरी को दो घंटे, 29 जनवरी को दो पाली में दो-दो घंटे की ढील, 30 जनवरी को तीन-तीन घंटे की दो पाली में ढील, 31 जनवरी को दो पाली में साढ़े-तीन-तीन घंटे की ढील, 1 फरवरी को भी दो पालियों में सात घंटे की ढील, 2, 3 व 4 फरवरी को सुबह छह बजे से शाम पांच बजे और 5 फरवरी को सुबह पांच बजे से शाम आठ बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गयी।
बताया गया है कि कर्फ्यू के बीच लोहरदगा जिला को 10 दिनों में लगभग 400 करोड़ रुपये के कारोबार का नुकसान हुआ है। सबसे अधिक नुकसान बैंकिंग कार्यालय और बॉक्साइट ट्रक के बंद रहने से हुआ है।