Joharlive Desk

नई दिल्ली। हरियाली के दुश्मन टिड्डी दल के चपेट में आए सात राज्यों के 84 जिलों के एक लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में टिडिड्यों का नियंत्रण किया जा चुका है और इस समय राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश में टिड्डी नियंत्रण जोरों पर चल रहा है। यह जानकारी सोमवार को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय से मिली। पाकिस्तान के रास्ते भारत में टिड्डियों के दो झुंडों के प्रवेश की रिपोर्ट के बाद नियंत्रण अभियान तेज हो गया है। बताया जाता है कि एक झुंड बीकानेर और दूसरा श्रीगंगानगर जिले में प्रवेश किया है।

मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार, राज्यों के कृषि विभागों, स्थानीय प्रशासन और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की मदद से नियंत्रण कार्य चल रहा है।

केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने बताया कि 21 जून, 2020 तक राजस्थान, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में 114,026 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण किया गया है, जबकि गुजरात और मध्यप्रदेश में मुख्य रूप से टिड्डी नियंत्रण अभियान जोरों पर चल रहा है।

टिड्डी सर्कल कार्यालयों द्वारा 62 स्प्रे उपकरणों (21 माइक्रोनियर और 41 उलमास्ट) का उपयोग किया जा रहा है, जबकि सर्वेक्षण और नियंत्रण कार्य के लिए टिड्डी चेतावनी संगठन के 200 कर्मचारियों को तैनात किया गया है।

टिड्डी चेतावनी संगठन कार्यालय और सभी 10 टिड्डी सर्कल कार्यालयों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। अनुसूचित रेगिस्तान क्षेत्र से परे, टिड्डी के प्रभावी नियंत्रण के लिए राजस्थान में जयपुर, अजमेर, दौसा और चित्तौड़गढ़, मध्य प्रदेश में शिवपुरीय और झांसी, उत्तर प्रदेश में अस्थायी बेस कैंप स्थापित किए गए हैं।

इस समय राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, जयपुर, नागौर, और अजमेर जिलों, मध्य प्रदेश के पन्ना जिले और उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में परिपक्व वयस्कों की आंतरायिक आबादी के साथ अपरिपक्व गुलाबी टिड्डियां सक्रिय हैं।

ट्रैक्टर और अग्निशमन दस्तों की सहायता से सुबह के दौरान नियंत्रण कार्य रोजाना चल रहा है और इसके लिए राजस्थान में कुल 2142 ट्रैक्टर और 46 फायर ब्रिगेड वाहन, मध्य प्रदेश में कुल 83 ट्रैक्टर और 47 फायर ब्रिगेड वाहन और उत्तर प्रदेश 4 ट्रैक्टर और 16 फायर ब्रिगेड वाहन, पंजाब कुल 50 ट्रैक्टर और 6 फायर ब्रिगेड वाहन और गुजरात में 38 ट्रैक्टर तैनात किए गए हैं!

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