Joharlive Desk

नयी दिल्ली। लॉकडाउन के बीच विमानों का परिचालन और इंसानी गतिविधियाँ काफी कम रहने के कारण हवाई अड्डों पर पक्षियों और वन्य जीवों के विमानों के रास्ते में आने तथा उनसे टकराने का खतरा बढ़ गया है।

नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने आज एक सर्कुलर में इसकी चेतावनी देते हुये हवाई अड्डा संचालकों को वन्य जीवों के तथा पक्षियों के नियंत्रण के लिए अपनाये जाने वाले उपायों में कोई ढील नहीं देने की हिदायत दी है। इसमें कहा गया है “हवाई अड्डों पर विमानों की आवाजाही में कमी और कर्मचारियों की कम संख्या को देखते हुये हो सकता है कि घासों की कटाई, पक्षियों की गतिविधियों पर निगरानी के लिए गश्ती आदि कम हो रही हो।

इससे हवाई अड्डा परिसर और उसके आसपास पक्षियों तथा वन्य जीवों की गतिविधियों में इजाफा हो सकता है। …इसलिए हवाई अड्डा संचालकों को पहले की तरह ही पक्षियों, वन्यजीवों के नियंत्रण के उपाय जारी रखने की सलाह दी जाती है।”

डीजीसीए ने कहा है कि हवाई अड्डे आम तौर पर शहरों के व्यस्त इलाकों से दूर होते हैं। कई बार इनके आसपास जलाशय भी होते हैं। इन कारणों से पक्षियों को ये इलाके आकर्षित करते हैं। यही पक्षी विमानों के लिए खतरा हो सकते हैं। मौजूदा परिस्थितियों में विमानों की आवाजाही कम रहने से पक्षियों तथा दूसरे वन्यजीवों के विचरण क्षेत्र का दायरा बढ़ाने की उम्मीद है।

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