रांची। रातू रोड में चर्चित मॉल ऑफ रांची में कांवरियों के खाली पैर घुसने पर रोक को लेकर सोशल मीडिया में भारी विरोध चल रहा है. हर वर्ग के लोग इस वीडियो में अपना अपना मंतव्य दे रहे है. सोशल मीडिया में यह वीडियो जोर शोर से वायरल हो रहा है. वीडियो में स्पष्ट देख सकते है कि कांवरियों को मॉल ऑफ रांची से निकलने के लिए सिक्यूरिटी मैनेजर बोल रहा है. जबकि, स्थानीय एक युवक इसका विरोध करते हुए सारी हरकत मॉल कर्मचारी की अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर रहा है. हालांकि, मॉल में खाली पैर प्रवेश को लेकर किसने रोक लगाया है, यह मॉल कर्मचारी नहीं बोल रहा है. मॉल कर्मचारी स्पष्ट बोल रहा है कि यह प्रोटॉकोल है. इस पूरे मामले में जोहार लाइव की टीम मॉल ऑफ रांची के संचालक विजय अग्रवाल के मोबाइल पर बातचीत करने का प्रयास की, लेकिन उनके तरफ से कॉल का जवाब नहीं दिया गया. खबर लिखे जाने तक विजय अग्रवाल की ओर से भी कॉल का रिप्लाय नहीं मिला है. उनका जवाब मिलने के बाद लोगों को उससे भी रुबरु कराया जायेग
मॉल ऑफ रांची की घटना को राजनीतिक रंग देने की जरूरत नहीं : कुमार राजा
मॉल ऑफ रांची में खाली पैर होने के कारण कावड़ियों को अंदर जाने से रोके जाने का मामला बहुत हैरान और समाज को बांटने वाला है. इस मामले में रांची महानगर कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष कुमार राजा ने कहा कि इस मामले में मॉल ऑफ रांची के संचालक से आज सुबह बातचीत के बाद इस मामले का पटाक्षेप हो गया है. इस मामले को कोई राजनीतिक रंग देने की जरूरत नहीं है. मॉल ऑफ रांची के संचालक ने बताया कि उनकी ऐसी कोई पॉलिसी नहीं है, यह केवल उस समय ड्यूटी में मौजूद गार्ड और मैनेजर की गलती है. इसलिए उनलोगों को वहां से हटाकर किसी और जगह ड्यूटी में लगाने की बात कही गई है. चूंकि मॉल में ड्यूटी करने वाले गार्ड और मैनेजर भी गरीब तबके से ही है. उन दोनों की स्थिति को देखते हुए मॉल ऑफ रांची के संचालक से कहा गया है कि उन्हें नौकरी से नहीं हटाया जाए. बल्कि उनका स्थान परिवर्तन कर दिया जाए. उनकी जगह किसी सक्षम और समझदार व्यक्ति को जो समान भावना रखे उसे ड्यूटी पर लगाया जाए. उन्होंने कहा कि मॉल ऑफ रांची के संचालकों ने यह भरोसा दिया है कि ऐसे किसी भी मामले की पुनरावृति नहीं हो इसका ध्यान रखा जाएगा.