Ranchi : झारखंड में शराब पीने वालों के लिए बड़ी राहत की खबर है. राज्य सरकार शराब पर लगने वाले वैट (मूल्य वर्धित कर) को 75 प्रतिशत से घटाकर मात्र 5 प्रतिशत करने की तैयारी कर रही है. उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया है. जिसे वित्त विभाग से भी हरी झंडी मिल चुकी है. यह प्रस्ताव अब जल्द ही कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा.
अब बढ़ेगा राजस्व
उत्पाद मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि झारखंड को पड़ोसी राज्यों पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा था, क्योंकि वहां शराब पर वैट बहुत कम है. ऐसे में बड़ी संख्या में लोग इन राज्यों से शराब खरीदकर झारखंड लाते थे. जिससे राज्य के राजस्व में कमी आ रही थी. मंत्री ने बताया कि अब इस प्रस्ताव को कैबिनेट में रखा जाएगा और वहां से मंजूरी मिलते ही यह लागू कर दिया जाएगा.
4500 करोड़ के राजस्व की उम्मीद
विभाग को उम्मीद है कि वैट में भारी कटौती से शराब की बिक्री में जबरदस्त इजाफा होगा. मिली जानकारी के अनुसार 70 प्रतिशत की कटौती से राज्य की आमदनी में भारी वृद्धि होगी. पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 में सरकार को शराब बिक्री से 2700 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था, जबकि मौजूदा वित्तीय वर्ष के पहले चार महीनों में ही 1400 करोड़ रुपये की आमदनी हो चुकी है. नई व्यवस्था लागू होने के बाद पूरे साल में 4500 करोड़ रुपये तक का राजस्व मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
कीमत में होगी भारी गिरावट
सूत्रों के अनुसार इस बदलाव के बाद जो शराब अभी ₹5000 में मिलती है, उसकी कीमत घटकर लगभग ₹3200 हो जाएगी. यानी शराब पर करीब ₹1800 तक की बचत हो सकती है. राज्य सरकार इस निर्णय से न केवल अवैध शराब कारोबार को रोकना चाहती है, बल्कि राजस्व में भी भारी वृद्धि की संभावनाएं देख रही है. अब सभी की नजरें आगामी कैबिनेट बैठक पर टिकी हैं. जहां इस प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी मिलनी है.
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