Joharlive Desk
नई दिल्ली । नागरिकता कानून के खिलाफ सभी वामदल और मुस्लिम संगठन ने आज भारत बंद का आह्वान किया गया है। यूपी-बिहार से लेकर बंगलूरू में असर देखने को मिल रहा है। लेफ्ट पार्टियों के इस भारत बंद को विपक्ष का भी समर्थन प्राप्त है। वहीं उत्तर प्रदेश, कर्नाटक के कई हिस्सों में बड़े प्रदर्शन की संभावना है। जिसको देखते हुए धारा 144 लागू की गई है।
संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनों के मद्देनजर गुरुवार को दिल्ली के सात मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘लाल किला, जामा मस्जिद, चांदनी चौक और विश्वविद्यालय के प्रवेश और निकास द्वार बंद किए गए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेन नहीं रूकेगी।’ इसमें बताया गया है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया, जसोला विहार, शाहीन बाग और मुनीरका स्टेशनों के द्वार भी बंद किए गए हैं। इन स्टेशनों पर भी ट्रेन नहीं रूकेगी।
नागरिकता कानून को लेकर पश्चिम बंगाल में गुरुवार को अब तक ताजा हिंसक घटना दर्ज नहीं हुई है और स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। हालांकि इस कानून का समर्थन करने वाले और विरोध करने वालों के बीच छिटपुट घटनाएं बुधवार को दर्ज हुई थीं। वहीं वामपंथी पार्टियां इस नए कानून के खिलाफ रामलीला मैदान से लेडी ब्रेबोर्न कॉलेज तक मार्च निकालेंगी। वहीं बुद्धिजीवी वर्ग रामलीला मैदान से हॉग मार्केट तक मार्च निकालने वाले हैं।
कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) तथा अन्य पार्टियों ने मुंबई में एक मोर्चा बनाया है जो संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ गुरुवार को प्रदर्शन करेगा। मोर्चे की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पार्टियों ने मिल कर ‘हम भारत के लोग’ नाम का एक मोर्चा गठित किया है जो यहां अगस्त क्रांति मैदान में विरोध प्रदर्शन करेगा।
नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर लेफ्ट पार्टियों और मुस्लिम संगठनों का बंगलूरू में बंद का आयोजन किया गया है। इसको देखते हुए टाउन हॉल क्षेत्र में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। बंगलूरू ग्रामीण सहित पूरी राजधानी में सुबह छह बजे से अगले तीन दिनों के लिए धारा 144 को लागू कर दिया गया है।
बिहार के राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन पर ‘ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन’ (एआईएसएफ) के सदस्यों ने नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में ट्रेन रोक दी।