नई दिल्ली : लेबनान में इजरायल के हमले जारी हैं, जिसका लक्ष्य हिजबुल्लाह को समाप्त करना है. इस बीच हिजबुल्लाह भी इजरायल पर लगातार हमले कर रहा है. इस बढ़ते संघर्ष के मद्देनजर अमेरिका ने युद्धविराम की अपील की है, जिसमें 21 दिन की शांति की मांग की गई है.
दर्जनभर अन्य देश भी अमेरिका के पक्ष में आए
अमेरिका के साथ ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन और कतर जैसे देशों ने भी इस अपील का समर्थन किया है. लेबनान में हालात अत्यंत गंभीर हैं, जहां 90,000 से अधिक लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है.
अमेरिका की पहले की भूमिका
अमेरिका ने पहले भी इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम की कोशिश की थी, लेकिन शर्तों के पालन में असफलता के कारण वह प्रयास सफल नहीं हो पाया. इसी वजह से अब भी हमास और इजरायल के बीच संघर्ष जारी है. वर्तमान में इजरायल का आक्रामक रुख हिजबुल्लाह के खिलाफ भी दिख रहा है.
ऐसे उत्पन्न हुए युद्ध के हालात
कुछ दिन पहले लेबनान में हिजबुल्लाह के कई पेजर फटने की घटनाओं ने हालात को और बिगाड़ दिया. इस हमले में 4,000 से अधिक लोग घायल हुए थे, और यह दावा किया गया कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद इस हमले के पीछे थी. वर्तमान स्थिति यह है कि दोनों पक्षों के बीच संघर्ष थमने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं, जिससे क्षेत्र में और अधिक चिंता बढ़ रही है.
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