रांची: लोकसभा चुनाव को लेकर झारखंड में कांग्रेस अलग-अलग रणनीतियों पर काम कर रही है. कांग्रेस के झारखंड प्रभारी भी इसबार ताबड़तोड़ बैठकें कर रहे हैं, जिससे कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को ज्यादा सीटें मिल सके. इस कड़ी में अगले कुछ दिनों में उनकी पार्टी के वरीय अधिकारियों के साथ भी कई बैठकों का शिड्यूल तय है. लोहरदगा में कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने लोहरदगा जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों, प्रखंड अध्यक्षों, वरीय नेताओं तथा प्रदेश पदाधिकारियों के साथ सांगठनिक बैठक कर चुनावी अभियान की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि पूरे देश भर में दो चरणों का चुनाव संपन्न हो गया है. इन चरणों में भाजपा के विपरीत जनता का जनादेश आने का शत- प्रतिशत अनुमान है. लेकिन हमें जनता को जागरूक रखना होगा. दो चरणों के संभावित परिणामों से प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के नेता पूरी तरह हताश हैं.
अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग कर रहे बीजेपी नेता
जनता को बहकाने के लिए झूठे प्रचारों और बयानों का सहारा ले रहे हैं. वह इतनी बुरी तरह डर गए हैं कि 400 पार का नारा भूल कर अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग करने लगे हैं. उन्होंने नेता और कार्यकर्ता से कहा कि आपके पास समय कम है. जनता के बीच कांग्रेस के गारंटी कार्ड को लेकर जो विश्वास जगा है उसे बरकरार रखने के साथ-साथ हमें वर्तमान मोदी सरकार की करगुजारियों से भी अवगत कराना है. जिससे कि लोगों को पता चल सके किस तरह से मोदी और उनके नुमाइंदों ने 10 वर्षों में जनता के साथ छल कपट करके अपने थैली शाह मित्रों की मदद की है.
विपक्ष को परेशान करने की योजना
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा इस देश में एक नकारात्मक विचारधारा को जन्म देने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस के मेनिफेस्टो के बारे में हर दिन एक नया झूठ बोल रही है. विपक्ष के नेताओं को चुनाव के दौरान परेशान कर रहे हैं ताकि जनता तक उनका झूठ और हमारा सच न पहुंच सके. लेकिन पूरी सतर्कता के साथ हम सभी को मिलकर कांग्रेस के पांच न्याय 25 गारंटी को जनता तक पहुंचना है और गारंटी फॉर्म को जनता से भरवाना है. केंद्र सरकार के इशारे पर मुझे भी दिल्ली पुलिस का नोटिस भेजा गया है. सबसे हास्यास्पद बात तो यह है कि दिल्ली पुलिस द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर उस ट्वीट के लिए नोटिस किया गया है जो मेरे हैंडल से हुआ ही नहीं.
वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उराँव ने कहा कि भाजपा बहुत कोशिश कर रही है कि चुनाव को दूसरी ओर मोड़ा जाए. अपने शासनकाल में उन्होंने ऐसा कोई काम नहीं किया जिसे वह जनता के सामने रख सके. जब इस राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार थी तब भी झारखंड का विकास नहीं हुआ. यहीं कारण है कि भाजपा शासन से तंग जनता ने झारखंड में महागठबंधन की सरकार बनाई और हम जनता के विश्वास पर पूरे खरे उतरे. इसी वजह से केंद्र सरकार ने झूठे मामले में फंसा कर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल भेजा है. उन्होंने कहा कि चुनाव के ठीक पहले जिस तरह से विपक्ष के नेताओं के खिलाफ साजिश रखी गई उसका जवाब देने का समय आ गया है.