मुंगेर। हंसने-हंसाने वाला राजेश अब इस दुनिया में नहीं रहा। घरवालों, दोस्तों और मोहल्ले के लोगों को यह विश्वास नहीं हो रहा है। शाम के समय शहीद राजेश के भाई राकेश के मोबाइल पर जब यह जानकारी मिली, तो घर में अचानक मातम पसर गया। शहीद राजेश कुमार ने आज अंतिम लड़ाई झारखंड के लातेहार जिला में लड़ी। उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार की शहीद हुए है। खबर जैसे ही मिली की घर से लेकर सुसराल तक सन्नाटा पसर गया। लाल दरवाजा स्थित पूरा मुहल्ला स्तबध है। पैतृक आवास पर सन्नाटा पसरा है, घर के सदस्य और साथियों के चेहरे पर गम और मायूसी दिख रही थी। सभी ने खूब आंसू बहाए। मुंगेर के लाल शहीद कमांडेंट का ससुराल बरियारपुर है। आसपास के लोग लाल दरवाजा स्थित पैतृक घर पहुंचकर राजेश के बड़े भाई राकेश कुमार और भाभी को ढांढस बंधाया। मुंगेर विधायक प्रणव कुमार यादव भी आवास पहुंचे और सभी को सांत्वना दिया। राजेश पांच भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। शहीद राजेश कुमार के पिता लाल बहादुर राय रांची में ही एजी डिपार्टमेंट से सेवानिवृत्त होकर बस गए। पैतृक घर मुंगेर काफी कम आते हैं। घर पर बड़े भाई राकेश, पत्नी और बच्चे के साथ रहते थे। छोटे भाई रजनीश भी लातेहार में आइबी विभाग में हैं पोस्टेड हैं। बड़े भाई ने बताया कि अप्रैल माह में माह का निधन हुआ था, उसमें राजेश पूरे परिवार के साथ पहुंचे थे। राजेश की पढ़ाई भी रांची में हुई है, राजेश काफी मिलनसार थे। जब भी वह मुंगेर पहुंचते पड़ोस के लोगों और रिश्तेदार से जरूर मिलते थे।
आज शाम तक आएगा पार्थिव शरीर
शहीद डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार का पार्थिव शरीर बुधवार की शाम तक मुंगेर पहुंचने की उम्मीद है। बड़े भाई ने बताया कि अंतिम संस्कार लाल दरवाजा घाट पर होगा। बड़े भाई ने बताया कि उन्हें दोपहर बाद मनहूस खबर मिली थी। इसके बाद घर में सन्नाटा पसर गया, कोहराम मच गया। घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल है। पड़ोसी और रिश्तेदार घर पहुंचकर सांत्वना दे रहे हैं। बरियारपुर में ससुराल वाले भी काफी मर्माहत हैं।
क्रिेकेट के काफी शौकिन थे राजेश
लातेहार नावागढ़ पंचायत के सलैया जंगल में मुठभेड़ के दौरान एक उग्रवादी को मार गिराने वाले जगुआर के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार काफी मिलनसार थे। वह क्रिकेट के काफी शाैकिन थे। घर पर बड़ा भाई के परिवार हैं। पांच भाइयों में राजेश तीसरे नंबर पर थे। एक बहन भीह है। वह काफी हंसमुख व मिलनसार उनका व्यवहार का था। सभी की जुबां पर एक ही चर्चा है कि वह बहुत ही खुश मिजाज व्यवहार का लड़का था।