धनबाद: 12वीं में फेल विद्यार्थी गुरुवार को एबीवीपी नेताओं के साथ डीसी कार्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा किया. डीसी कार्यालय में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे. इसी दौरान छात्रों ने बवाल करना शुरू कर दिया.
नहीं माने विद्यार्थी तो पुलिस ने बरसाई लाठियां
एबीवीपी नेताओं के साथ छात्राएं सबसे पहले डीसी कार्यालय के मुख्य गेट पर पहुंची. यहां गेट के बाहर छात्राएं नारेबाजी करनी लगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मंत्री बन्ना गुप्ता के विरोध में छात्राओं ने नारेबाजी की. पुलिस छात्राओं को शांत कराने की कोशिश कर रही थी लेकन धक्का देकर छात्राओं ने मेन गेट खोल दिया. पुलिसकर्मी छात्राओं और एबीवीपी नेताओं को रोकने का प्रयास करते रहे लेकिन वे नहीं माने. डीसी ऑफिस के दूसरे गेट पर भी छात्राओं को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया लेकिन धक्का मुक्की कर वे यहां भी प्रवेश कर गए. सीढ़ियों पर भी छात्राओं को रोकने का प्रयास किया गया. छात्राएं हंगामा करते हुए कॉन्फ्रेंस हॉल तक पहुंच गई और यहां हंगामा करने लगी. काफी देर तक छात्राएं हंगामा करती रही.
एसडीएम ने भी छात्राओं पर बरसाई लाठियां
महिला पुलिस नहीं होने के कारण पुलिस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. थोड़ी देर बाद महिला पुलिस के साथ एसडीएम सुरेंद्र कुमार, एडीएम कुमार ताराचंद और एएसपी मनोज स्वर्गियार पहुंचे. इसके बाद महिला पुलिस ने छात्राओं को हटाने का प्रयास किया. जब छात्राएं नहीं मानी तब महिला पुलिस ने कॉन्फ्रेंस हॉल के बाहर की छात्राओं पर लाठीचार्ज कर दिया. महिला पुलिस के साथ पहुंचे एसडीएम भी छात्राओं पर लाठी बरसाते दिखे. लाठीचार्ज के बाद सभी को कॉन्फ्रेंस हॉल से नीचे खदेड़ा गया. पुलिस के जवान ने भी छात्राओं को पीटा. पुलिस ने एबीवीपी नेताओं पर भी लाठियां बरसाई. कुछ छात्राओं और एबीवीपी नेताओं को हिरासत में लिया गया है.
फेल हुए छात्रों का आरोप-गलत असेसमेंट कर जारी किया गया रिजल्ट
बता दें कि पिछले दिनों झारखंड एकेडमिक काउंसिल की तरफ से 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी किया गया था. इसमें 9वीं और 11वीं के इंटरनल एग्जाम को आधार बनाकर एक फॉर्मूला तैयार किया गया था. इसी आधार पर मैट्रिक और इंटर का परीक्षा परिणाम जारी किया गया था. इसमें कई विद्यार्थी फेल हो गए हैं. वैसे छात्र जो फेल हो गए, उनका आरोप है कि गलत असेसमेंट किया गया है. इसको लेकर पिछले दिनों विद्यार्थियों ने रांची में भी प्रदर्शन किया था. जैक की तरफ से यह प्रावधान किया गया है कि जो छात्र रिजल्ट से असंतुष्ट हैं, वे दोबारा परीक्षा दे सकते हैं.