लातेहारः झारखंड टेट परीक्षा के बाद राज्य में शिक्षकों की बहाली करने की मांग को लेकर टीचर ट्रेनिंग पास अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया. शनिवार को समाहरणालय के समक्ष अभ्यर्थी पहुंचे और शिक्षक बहाली की मांग प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने कहा कि बिना टेट परीक्षा का आयोजन किए सरकार शिक्षक बहाली की प्रक्रिया शुरू करती है तो इसका विरोध किया जाएगा. वर्ष 2016 में शिक्षक बहाली की प्रक्रिया आरंभ होने से पहले झारखंड राज्य में टेट परीक्षा आयोजित की गई थी. टेट परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थी ही शिक्षक बहाली प्रक्रिया में भाग लें.
हालांकि, इसके बाद राज्य में टेट की परीक्षा नहीं हुई. परंतु इसी बीच राज्य में 5 लाख से अधिक युवा टीचर ट्रेनिंग कोर्स पूरा कर चुके हैं. अब राज्य में शिक्षकों की बड़े पैमाने पर बहाली की तैयारी शुरू कर दी गई है. इस स्थिति में बिना टेट परीक्षा का आयोजन किए शिक्षकों की बहाली की जाती है तो 5 लाख ट्रेंड युवा शिक्षक बहाली में भाग नहीं ले सकेंगे. बिना टेट परीक्षा का आयोजन किए शिक्षक बहाली की प्रक्रिया शुरू करने से टीचर ट्रेनिंग कोर्स पूरा करने वाले अभ्यर्थियों में आक्रोश है. अभ्यर्थी आंदोलन की राह पर निकल गए हैं.
शनिवार को समाहरणालय के पास अभ्यर्थियों ने सरकार के निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन किया और मांग की है कि पहले टेट परीक्षा आयोजित की जाए. इसके बाद ही शिक्षक बहाली की प्रक्रिया शुरू करें. टीचर ट्रेनिंग का कोर्स पूरा करने वाले विनोद यादव और संतु कुमार ने बताया कि राइट टू एजुकेशन अधिनियम में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि राज्य में प्रत्येक वर्ष टेट की परीक्षा आयोजित की जाए.
लेकिन झारखंड में पिछले 7 वर्षों से टेट की परीक्षा नहीं हुई है. पिछले सात सालों में 5 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं टीचर ट्रेनिंग का कोर्स भी पूरा कर लिया है. टीचर ट्रेनिंग पूरा करने वाले अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि टेट परीक्षा पास करने के बाद ही शिक्षक बने.