Joharlive Team

  • बिजली पानी की समस्या दूर करने लिए होगा मतदान।

रांची : सिल्ली विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव से बदलाव की हवा महसूस की जा सकती है। भीड़भाड़ वाले बुंडू चौक, मंदिर रोड से लेकर जोन्हा के गांवों तक लोग यह मान रहे हैं कि पिछले चुनाव में आजसू को ना जिताना जिताना सिल्ली वासियों की भूल थी। लेकिन इस बार वे अपनी भूल सुधारने के लिए मतदान केंद्र तक जाएंगे।
पिछले बार के नतीजों को भूल बताने की एक बड़ी वजह है सिल्ली में जरूरी और बेसिक मुद्दों पर काम ना होना। कृषि प्रधान क्षेत्र सिल्ली में पानी की जबरदस्त किल्लत है, जिसे लेकर कोई भी महत्वपूर्ण काम नहीं किया जा सका है। खेतों में सिंचाई के लिए पानी का ना होना सिल्ली वासियों के लिए एक बेहद गंभीर समस्या है। स्थितियां ऐसी हो गई है कि अब पीने के पानी के लिए भी बोरिंग करने पर हजार फिट में भी सिर्फ धूल ही धूल मिलता है।

महज 10 घंटे रहती है बिजली –
पानी के बाद दूसरी बड़ी समस्या बिजली की। डिजिटलाइजेशन के दौर में सिल्ली में बमुश्किल 10 घंटे बिजली रहती है। गर्मियों में स्थिति और भी बदतर जाती है। ऐसे में व्यापारी वर्ग के साथ आम लोग भी बुरी तरह प्रभावित होते हैं। उनकी शिकायत है कि विधायक कभी भी उनकी समस्याओं को जानने के लिए नहीं आई। जबकि बिजली की समस्याएं आसानी से ठीक की जा सकती हैं।

स्थानीय मुद्दों के आधार पर बनेगी गांव की सरकार –
सिल्ली के लोगों ने अपने स्थानीय मुद्दों के आधार पर यह तय किया है कि इस बार वे गांव की सरकार के लिए वोट करेंगे। हालांकि सुदूर गांव में कुछ स्थानों पर झामुमो की पकड़ मजबूत नजर आती है। लेकिन सिल्ली और अन्य प्रमुख क्षेत्र जहां के मतदाता परिणाम प्रभावित करते हैं, वहां आरजू मजबूती के साथ खड़ी है। इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र के अधिकतर मतदाता बदलाव की बात जरूर कर रहे हैं।

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