रांची: गुरुवार को झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने चेन्नई के असपताल में अंतिम सांस ली. झारखंड के रियल टाईगर के उपनाम से विख्यात जगरनाथ महतो को आज सुबह विशेष विमान से दिल्ली लाया गया. मालूम हो कि कोरोना के संक्रमण के बाद से ही उनके स्वास्थ्य में उतार चढ़ाव बना हुआ था. स्वांस संबंधी दिक्कतों और फेफड़े के संक्रमण को लेकर उनके फेफड़े का ट्रांसप्लांट भी किया गया था.
बावजूद इसके जगरनाथ पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे. 14 मार्च को उन्हे स्वास्थ्य में परेशानी को देखते हुए उन्हे रांची से चेन्नई एरलिफ्ट कर ले जाया गया था. बता दें चेन्नई में ही इलाज के दौरान ही शिक्षा और मद्य निषेध मंत्री का निधन हो गया. एक ओर जहां मंत्री के निधन से राजनीतिक दलों में शोक की लहर है. वहीं, आज उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जायेगा.
बता दें कि आज सुबह ही विमान द्वारा पार्थिव शरीर को रांची लाया गया. वहीं इसके बाद झारखंड के रियल टाईगर को उनके उत्कृष्ट जीवन उनका राज्य के लिए योगदान और विशेष कर शिक्षा के लिए समर्पण को स्मरण करते हुए विधानसभा परिसर में सीएम समेत बाबूलाल मरांडी व अन्य गणमान्य नेताओं द़ारा नम आंखों से श्रद्धांजली दी गयी. इस दौरान मंत्री आलमगीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता समेत कई मंत्रियों ने भी नम आंखों से जगरनाथ महतो को श्रद्धांजलि दी.
बताते चले कि शिक्षा मंत्री के पार्थिव शरीर को लेने सीएम स्वयं एयरपोर्ट पहुंचे थे. बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर काफी संख्या में झामुमो के कार्यकर्ता भी अपने शिक्षा गंत्री के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे हुए थे. बता दे सीएम के साथ मंत्री चंपई सोरेन कृषि मंत्री बादल पत्रलेख राज सभा सांसद महुआ मांझी सहित अन्य भी एयरपोर्ट पर उपस्थित थे. बताते चलें कि कल सुबह गुरुवार को ही झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने दुनिया को अलविदा कह दिया.
हाल ही में उनको स्वास्थ्य में परेशानी को देखते हुए उन्हे रांची से चेन्नई एरलिफ्ट कर ले जाया गया था. वहीं उनका इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान ही शिक्षा मंत्री का निधन हो गया. बता दें पिछले कई दिनों से झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो शारीरिक रूप से अस्वस्थ चल रहें है. अस्वस्थ महसूस होने के बाद उन्हें पारस हॉस्पिटल ले जाया गया था.
इस दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने अस्पताल जाकर शिक्षा मंत्री से मुलाकात की थी और चेन्नई जाकर जांच कराने की सलाह दी. इसके बाद उनके स्वास्थ को देखते हुए विशेष विमान से उन्हें चेन्नई ले जाया गया था. 14 मार्च से ही मंत्री चेन्नई के अस्पताल में इलाजरत थे वहीं उनके निधन की खबर सुनकर झारखंड में शोक की लहर दौड़ गयी है.