बोकारो: बोकारो पुलिस ने जमीन माफिया के द्वारा घर को तोड़े जाने के मामले की जांच शुरू की गई है. बीते 15 नवंबर को पीड़ित रामदास सिंह के द्वारा आवेदन दिए जाने के बाद भी सेक्टर 12 थाने में मामला दर्ज नहीं किया गया तो कल मीडिया के आने और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा मामले का संज्ञान लिए जाने के बाद बोकारो एसपी के निर्देश पर कार्रवाई शुरू की गई. तेतुलिया मौजा में मामले की जांच करने पहुंचे सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार के समक्ष कैंसर से पीड़ित रामदास सिंह, उनकी बहू सहित अन्य लोगों ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह जमीन माफिया शैलेश कुमार सिंह और उनके गुंडो के द्वारा बंदूक की नोक पर उनको किडनैप कर अपने कार्यालय में बंद कर दिया गया और वहां चार घंटे में पूरे घर को तोड़कर नेस्तानाबूद कर दिया गया.

क्या है मामला

मामला 14 नवंबर का है जब रामदास सिंह अपने बाउंड्री वॉल के अंदर घर में काम कर रहे थे. इसी दौरान शैलेश कुमार सिंह अपने कुछ गुंडो के साथ मौके पर पहुंचे और रामदास सिंह का बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया और मोबाइल जप्त करते हुए जेसीबी और ट्रैक्टर से पूरे घर को तोड़ डाला.

थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप

पीड़ित परिवार सेक्टर 12 थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाते दिख रहे हैं. पीड़ित पक्ष का कहना है कि थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया था कि कोई इस घर को नहीं तोड़ सकता इसके बाद वह लोग निश्चित हो गए और उसके बाद ही पूरे घर को तोड़ डाला गया. पुलिस के द्वारा इस मामले को जमीन विवाद से जोड़ने पर पीड़ित पक्ष कहना है कि वह 2020 से यहां मकान बनाकर रह रहे हैं, ऐसे में कोई विवाद नहीं हुआ. पुलिस इस मामले को उलझा रही है. वहीं मामले की जांच करने पहुंचे सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार ने बताया कि किसी का घर टूटा है तो मामला गंभीर है. घर तोड़े जाने के बाद मेरे संज्ञान में यह मामला आया है. मामले की जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को सौंपा जाएगा

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