पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने शुक्रवार को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद को भ्रष्टाचार का प्रतीक बताते हुए कहा कि ‘तुम मुझे जमीन दो, मैं तुम्हें नौकरी दूंगा’ की तर्ज पर रेलमंत्री रहते भ्रष्टाचार को अंजाम दिया। लालू प्रसाद के 15 से अधिक ठिकानों पर एक साथ सीबीआई की छापेमारी के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि रेलवे में नौकरी देने के नाम पर दर्जनों लोगों से जमीनें लिखवा ली थी।
इस मामले को लेकर शिवानंद तिवारी जो इस वक्त राजद में ही हैं और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलने गए थे और ज्ञापन देकर कहा था कि लालू यादव किस तरह से रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लिखवा रहे हैं।
मोदी ने कहा कि चुनाव में पार्टी का टिकट देने के एवज में भी लालू प्रसाद ने जमीन लिखवाई है। उन्होंने कहा कि जमीन सीधे लालू प्रसाद के नाम पर नहीं लिखवाया जाता था बल्कि किसी और के नाम पर रजिस्ट्री होती थी। पांच-छह साल बाद उस जमीन को गिफ्ट करवा लिया जाता था। मोदी ने दावा किया कि लालू प्रसाद के पास 141 भूखंड हैं।
उन्होंने बताया कि इन मामलों में सीबीआई ने पुख्ता सबूत मिलने पर इतने साल बाद कार्रवाई शुरू की है।
उल्लेखनीय है कि मोदी राजद नेता लालू प्रसाद के भ्रष्टाचार पर एक पुस्तक लिख चुके हैं।
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद के करीब 16 ठिकानों पर शुक्रवार को सीबीआई की अलग-अलग टीमों ने एक साथ छापेमारी की। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद के पटना, दिल्ली और गोपालगंज समेत 16 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई है।
उल्लेखनीय है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद दिल्ली में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं, जबकि राजद नेता तेजस्वी यादव देश से बाहर हैं।