रांची। झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से गुरुवार को दिल्ली में शिष्टाचार मुलाकात की। जहां उन्होंने झारखंड की ध्वस्त कानून व्यवस्था के साथ हाल के दिनों में हुई गंभीर घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए जरूरी पहल की मांग की। उन्होंने कहा कि झारखंड में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से चरमरा चुकी है। राज्य में हत्या, बलात्कार, लूट, उत्पीड़न की घटनाएं आम हो चुकी हैं। दिन दहाड़े बैंक लूटे जा रहे हैं।.
उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन सरकार में बैठे लोगों के करीबी व भ्रष्टाचार में लिप्त सहयोगियों को एके-47 राइफल धारी अंगरक्षक मुहैया कराने में व्यस्त हैं। अंकिता को जलाकर मार देने वाले कांड में जिस डीएसपी नूर मुस्तफा ने एफआइआर में बच्ची की उम्र गलत लिखवाई उस पर राज्य सरकार ने अबतक कोई कार्रवाई नहीं की है. पुलिस पदाधिकारियों का ट्रांसफर पोस्टिंग एक अलग उद्योग बन चुका है।
भाजपा नेता कुणाल ने अमित शाह को बताया कि राज्य के लगभग सभी बड़े शहर ड्रग्स की गिरफ्त में है। धड़ल्ले से सीमावर्ती थानों में कोयला, बालू, मवेशियों की तस्करी होती है और थानेदारों का रेट बंधा हुआ है। नीचे से ऊपर तक सबका हिस्सा तय है, इसलिए सरकार जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करती है। राज्य को अंधाधुंध तुष्टिकरण की आग में झोंककर पूरी सरकार कुर्सी बचाने के लिए कभी खूंटी तो कभी रायपुर भाग रही है।
कुणाल षाड़ंगी ने केंद्र सरकार द्वारा जेल कैदियों की स्थिति को सुधारने के लिए बनाए गये नियम राज्य में सही ढंग से क्रियाविंत नहीं होने को लेकर भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गृह विभाग के अधीन झारखंड के आपदा प्रबंधन विभाग का अभी तक प्रखंड स्तर तक कैडर निर्माण नहीं हो पाया है, जिसके कारण आपदा की स्थिति में समन्वय स्थापित करने में अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आश्वस्त किया कि इन सभी विषयों पर वे जल्द समीक्षा कर आवश्यक पहल करेंगे।