रांचीः कुड़मी आंदोलन का बुधवार को व्यापक असर रेल परिचालन पर पड़ा. जहां प्रदर्शनकारियों ने नीमडीह स्टेशन पर पथराव कर दिया. पुलिस ने भी बचाव करते हुए लाठियां बरसाई. इस दौरान सिल्ली-मुरी हाईवे पर नाकाबंदी की गई है. घटना के बाद स्टेशन के आस-पास का इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. वहीं लाठी चार्ज में कई आंदोलनकारी घायल भी हो गए. इसके अलावा धनबाद के गोमो ट्रैक पर आंदोलनकारियों ने झूमर, नाच वाद्ययंत्र के साथ विरोध-प्रदर्शन किया. घाघरा हाल्ट में काफी संख्या में आंदोलनकारी जमे हुए है. आंदोलन खत्म होने के इंतजार में चक्रधरपुर, राउरकेला और टाटानगर तीन एक्सप्रेस के हजारों यात्री फंसे हुए है. उत्कल एक्सप्रेस चक्रधरपुर स्टेशन में फंसी हुई हैं.
लगाई गई धारा 144
गीतांजली और अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस को कैंसल किया गया है. अप इस्पात एक्सप्रेस टाटानगर, डाउन इस्पात एक्सप्रेस राउरकेला में खड़ी है रेलवे की परेशानी भी बढ़ने लगी है. मुरी जंक्शन के पास आंदोलनकारियों को रेलवे परिसर तक जाने से रोकने के लिए चेकिंग लगाई गई. चांडिल के नीमडीह स्टेशन में लाठीचार्च के बाद धारा 144 लागू कर दिया गया है. इधर, कुड़मियों के आंदोलन का रौद्र रूप देख धनबाद के गोमो, रांची के मूरी सिल्ली, पश्चिमी सिंहभूम के घाघरा में भी धारा 144 लगा दी गई है.
कई ट्रेनों को किया डायवर्ट
आंदोलन का असर टाटानगर रेलवे स्टेशन में भी देखने को मिला. एक तरफ टाटा हावड़ा मुख्य मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन सामान्य तौर पर हुआ तो दूसरी तरफ टाटा से मुंबई मार्ग में कई ट्रेनों को डाइवर्ट कर दिया गया. जिसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कुर्मी जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को लेकर कुड़मी समाज के द्वारा आंदोलन का रूप अख्तियार करते हुए रेल चक्का जाम किया गया. टाटा मुंबई मार्ग की ओर जाने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, इतवारी एक्सप्रेस समेत आधा दर्जन ट्रेनों को जहां-तहाँ रोक दिया. टाटानगर रेलवे स्टेशन में हावड़ा तितलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस को सुबह से ही रोक दिया गया. दूरंतो एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर दिया गया. मनोहरपुर के पास कुर्मी समाज के लोगों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया, जिसकी वजह से टाटा मुंबई मार्ग पूरी तरह से बाधित रहा. यात्रियों का कहना था कि रेल प्रबंधन को आंदोलन के संबंध में पहले ही जानकारी थी. इसके बाद भी यात्री को जानकारी नहीं दी गई. दुरंतो एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन किया गया और अब तक नहीं बताया जा रहा है कि उस ट्रेन के बजाय दूसरा क्या विकल्प है.